मुॅगरा में लापरवाही से चलाया जा रहा है पल्स पोलियों कार्यक्रम
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सतहरिया। शासन भारत को पोलियो मुक्त देखना चालती है। इसी वजह से करोडों रूपया अभियायन की सफलता पर खर्च किया जा रहा है। इधर मॅुगराबादशापुर पी0एस0सी पर पल्स पोलियो राष्ट्रीय कार्यक्रम लापरवाही व फर्जी आकडों से चलती जा रही है। कर्तव्य निष्ठा का आलम यह है। कि सुपर वाइजर द्वारा टैलीशीट जमा करके के पूर्व ही पोलियो प्रभारी द्वारा नैनिहालों को पोलियो ड्राप पिलाने की संख्या की फर्जी रिपोर्ट मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यलय मे भेजा दिया जा रहा है। नतीजा रहा कि स्वास्थ्य कर्मी इस राष्ट्रीय कार्यक्रम को मजाक मे ले रहे है। और नौनिहालो की जिन्दिगी के साथ खिलवाड कर रहे है । विदित हो कि तीन टीम पर एक सुपरवाइजर की नियुकि होती है। टीम सुपरवाइर शाम को आकडा से सम्बान्धित टैलीशीट पी0एस0सी पर तैनात पोलियो प्रभारी के पास जमा करनी पडती है। वह रिपोर्ट को उसी दिन सी0एम0ओ0 कार्यलय मे भेज देता है ।इसी रिपोर्ट के मुताबिक पता चलता है। कि बेसिक हेल्थ वर्करो की टीमो ने कितने बच्चों को पोलियो ड्राप पिलाया है।गत 19 जनवरी को बेसिक हेल्थ वर्करो की टीम न024को ग्राम लौह मे पोलियो कार्य हेतु लगाया गया था। जो भोलनाथ पाण्डेय के धर से लाल विहारी पटेल डिहई का पूरा के धर तक के बच्चो को पोलियो ड्राप पिलाया।टीम द्रारा 3 नवजात शिशु सहित कुल 36 बच्चो को पोलियो ड्राप पिलाया गया। 9 धर के 11 बच्चो ऐसे थे जो धर पर न रहने के कारण दवा नही पी पाये इसी टैलीशीट यानी पिलाये गये पोलियो ड्राप के बच्चो की संख्या की रिपोर्ट सुपरवाइजर द्रारा अस्पताल मे जमा करता था। सूत्रो की माने तो जब सुपरवाइजर की नियुक्ति नही हुई तो रिपोर्ट अस्पताल मे कैसे पहुचॅ सकती है ।तो ऐसे मे फर्जी आॅकडा व लापरवाही राष्ट्रीय कार्यक्रम मे होनो लजिमी है। बदनसीब ऐेसे भी नैनिहाल होगे जिनतक लापरवाही के चलते वे जीवनोपयोगी पोलियो खुराक से वचिंत हो ते जा रहे है। विभागीय सूत्रो की माने तो 19 जनवरी को फर्जी आॅेकडा सी एम ओ कार्यलय मे भेजा गया है । जाचोंपरान्त ही असिलियत का पता चल सकता है। इस सम्बध मे पूछे जाने पर प्रभारी प्रतिरक्षक अधिकारी ध््राुव चन्द चैधरी ने बताया कि अभी समय नही है बाद मे बता दूगा यह कहकर मामले को टाल दिया।