हम नही सुधरेंगे के तर्ज चल रहा जौनपुर का स्वास्थ विभाग
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जौनपुर। उत्तर प्रदेश सरकार जनता को मुफ्त में बेहतर स्वास्थ सुविधा मुहैया कराने की योजनाओ को खुद डाक्टर और स्वास्थकर्मी ध्वस्त कर रहे है। अभी हाल ही मडि़याहूं और शाहगंज सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र पर महिलाओ की नसबंदी जमीन पर लेटा करने का सनसनी खेज मामला सामने आया था। अभी एक हफ्ता भी नही बीता कि शाहगंज अस्पताल में एक बार फिर मरीजो की जिन्दगी से खिलवाड़ करने का मामला सामने आ गया है।
जौनपुर जिले के शाहगंज सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र में आज कुल 30 महिलाओ का नसबंदी का आपरेशन हुआ। इन महिलाओं को नसबंदी करने के बाद एक बेड पर दो महिलाओं को सुला दिया जब बेड भर गया तो कुर्शी पर बैठा दिया गया। बेहोशी हालत में महिलाएं कभी कुर्शी से लटक जाती थी तो कभी कभी गिरते गिरते बचती थी। यह तो संयोग अच्छा था महिलाओं के साथ आये उनके परिजन तिमारदारी में लगे रहे। आप इसी से अंदाजा लगा लिजिए कि कुछ दिन पूर्व यहां पर नसबंदी कराने आयी महिलाओं को जमीन पर लेटाने के मामले में सीएमओ ने जांच का आदेश दिया था इसके बाद यह लापरवाही इस बात की गवाही दे रही है कि यहां डाक्टर और स्टाफ बेलगाम हो चुके है उन्हे अपने अफसरो का डर है ना ही भगवान का इस लापरवाही के मामले पर जब डाक्टर से बातचीत करने की कोशिश किया गया तो वे उखड़ गये। उन्होने साफ कहा कि यहा कोई लापरवाही नही हो रही है।
उधर सीएमओ ने एक बार फिर जांच कराने की बात कहते हुए कहा कि यदि जांच में मामला सही पाया गया तो दोषि चिकित्सक के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।
जौनपुर जिले के शाहगंज सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र में आज कुल 30 महिलाओ का नसबंदी का आपरेशन हुआ। इन महिलाओं को नसबंदी करने के बाद एक बेड पर दो महिलाओं को सुला दिया जब बेड भर गया तो कुर्शी पर बैठा दिया गया। बेहोशी हालत में महिलाएं कभी कुर्शी से लटक जाती थी तो कभी कभी गिरते गिरते बचती थी। यह तो संयोग अच्छा था महिलाओं के साथ आये उनके परिजन तिमारदारी में लगे रहे। आप इसी से अंदाजा लगा लिजिए कि कुछ दिन पूर्व यहां पर नसबंदी कराने आयी महिलाओं को जमीन पर लेटाने के मामले में सीएमओ ने जांच का आदेश दिया था इसके बाद यह लापरवाही इस बात की गवाही दे रही है कि यहां डाक्टर और स्टाफ बेलगाम हो चुके है उन्हे अपने अफसरो का डर है ना ही भगवान का इस लापरवाही के मामले पर जब डाक्टर से बातचीत करने की कोशिश किया गया तो वे उखड़ गये। उन्होने साफ कहा कि यहा कोई लापरवाही नही हो रही है।
उधर सीएमओ ने एक बार फिर जांच कराने की बात कहते हुए कहा कि यदि जांच में मामला सही पाया गया तो दोषि चिकित्सक के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।