जंग लग रहा है राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के मशीनो को
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शाहगंज(जौनपुर )। तहसील क्षेत्र के सबरहद गावं स्थित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान मे करोड़ों के सामान जिम्मेदारों की लापरवाही से धूल फांक रहा है। जो छात्रों के प्रशिक्षण के काम आना चाहिए उसे बन्द कमरे मे रखा गया है। जिसके चलते प्रशिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है। बताते चले वर्ष 2010 में क्षेत्र के युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा हेतु सरकार ने करोड़ो रुपये की लागत से राजकीय औद्यौगिक प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना किया लेकिन सरकार की मंशा पर पानी फेर यहां महज खाना पूतिॅ का खेल जारी है। 20 टिचिंग स्टाफ व 3 फोर्थ क्लास स्टाफ के मद मे प्रत्येक माह औसत लगभग सात लाख रुपया सरकार भुकतान कर रही है। वहीं स्थापना से अब तक छात्रो के प्रशिक्षण व साजसज्जा हेतु शासन से लगभग सवा करोड रुपया आवंटित किया जा चुका है। इसी वित्तिय वर्ष में 35 लाख रुपया आवंटित किया गया। आवंटित धन से संस्थान के प्रधानाचार्य स्वयं सामानों को क्रय करते है। संस्थान मे कुल चार सौ छात्र पंजीकृत है। लेकिन रोज आने वालों की संख्या सौ ही होती है। यहां कुल 12 ट्रेड की शिक्षा दी जाती है। प्रधानाचार्य सूर्यवली सिंह ने प्रथम तल के एक क्लास रुम को अपने निजि उपयोग हेतु रखा है। बाकायदे वहां विस्तर व खाना बनाने व खाने की व्यवस्था उपलव्ध है। जबकी इसके लिए वो अधिकृत नही है। शासन इन्हे हाउस एलाउन्स देती है। वहीं करोड़ो रुपये की मशीनरी औजार आठ एसी सैकड़ो मोल्डेड कुर्सीया व स्टूल दर्जनों सिलाई मशीन आदि रखे रखे खराब होने की कगार पर है। मौके पर गैर मौजूद प्रधानाचार्य की अनुपस्थिति में मौजूद अनुदेशक पी.सी यादव से जब पूछा गया कि पिछले पाचं वित्तिय वर्ष में शासन द्वारा कितना धन आवन्टित हुआ बताने से इन्कार कर दिया। वे ये भी नही बता पाये की संस्थान मे कुल कितने छात्र प्रशिक्षणरत है। वहीं स्टोर किपर अभय शमॉ ने बताया कि सामानो की खरीद तो कर ली गयी है। लेकिन एक अनुदेशक श्रीमती राखी को छोड किसी को भी सामान हस्थानान्तरीत नही किया गया है। यह भी बताया की मै पिछले एक वर्ष से यह कार्य देख रहा हंू। इससे पूर्व अनुदेशक राम अवध इसके इन्चार्ज रहे। पिछले चार वर्ष में जो सामानों की खरीद हुयी है वह दूसरे कमरे में है। चाभी भी उन्ही के पास है। विद्यालय टाइम प्रधानाचार्य की तरह वह भी मौजूद नही मिले। फोन से बात करने पर बताया मै बाहर हूं। विद्यालय के एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि प्रधानाचार्य हफ्ते में एक दो दिन आ जाते है। फिलहाल शासन द्वारा आवंटित धन का उपयोग किस तरह हो रहा होगा यह कहने की जरुरत नहीं। यहां दाल मे कुछ काला ही नही पूरी दाल ही बेहद काली हो चुकी है। इस बाबत प्रधानाचार्य सूर्यवली सिंह से जब बात की गयी तो उन्होंने बताया इस वित्तिय वर्ष में शासन द्वारा कुल 35 लाख रुपये आवंटित किया गया। सारे रुपये की खरीददारी हो गयी। जब पूछा गया इसका उपयोग क्यों नहीं हो रहा। बताया होगा समय आने पर होगा। जबकी वित्तिय वर्ष को बितने में महज एक माह वाकी है।
very good new for Govt ITI Shahganj Jaunpur
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