निराकार ब्रम्ह का साकार रूप है सतगुरूः सुखदेव सिंह
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जौनपुर। सर्वव्यापी निराकार से हृदय की प्रेम-पिपासा शान्त नहीं होती, जब तक इसके सगुण रूप सद्गुरू की भक्ति न की जाय। इस प्रकार ज्ञान-प्रकाश प्रदान करने वाले सद्गुरू का निराकार रूप ब्रम्ह है। निराकार ब्रम्ह का साकार रूप है सद्गुरू जिसके ज्ञान के सम्मुख माया ठहर नहीं पाती। उक्त उद्गार जफराबाद रेलवे फाटक के पास महात्मा लालमनि विश्वकर्मा द्वारा आयोजित निरंकारी सत्संग समारोह में उपस्थित विशाल संत समूह को सम्बोधित करते हुये इलाहाबाद से आये सुखदेव सिंह क्षेत्रीय संचालक ने व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आज निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज निराकार पारब्रम्ह का ज्ञान देकर मानव जाति का कल्याण कर रहे हैं। कार्यक्रम में उदय नारायण जायसवाल, श्याम लाल साहू, राजेश प्रजापति, राजेश विश्वकर्मा, शकील अहमद, रामकुमार, अमरावती, उमाशंकर प्रभाकर, बाल कृष्ण जायसवाल, संतोष उपस्थित रहे। संचालन रमाशंकर जी ने किया।