कोच न कर दे रेप, तभी आपस में अफेयर कर लेतीं थीं फीमेल प्लेयर्स
https://www.shirazehind.com/2016/05/blog-post_17.html

- सोना चौधरी ने अपनी किताब में प्लेयर्स के साथ हुई बदसलूकी की सच्ची घटनाएं लिखी हैं।
- सोना के मुताबिक टीम के कोच और सेक्रेटरी महिला खिलाड़ियों को कॉम्प्रोमाइज करने के लिए मजबूर करते थे।
- सोना ने किताब में लिखा है कि कोच द्वारा शोषित होने से बचने के लिए प्लेयर्स आपस में अफेयर कर लेती थीं।
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सोना ने बताया, "टीम मैनेजमेंट का कोई सदस्य रेप न कर दे, इस डर से
प्लेयर्स आपस में लेस्बियन अफेयर कर लेती थीं। कई महिला खिलाड़ियों की
दोस्ती अफेयर में बदल जाती थी। एक लड़की दूसरे लड़की को पसंद करने लगती थी।
- सोना ने बताया कि स्टेट टीम हो या नेशनल टीम, कई लड़कियों को कॉम्प्रोमाइज करने के लिए मेंटली टॉर्चर किया जाता है।
कौन हैं सोना चौधरी
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सोना चौधरी मूलतः हरियाणा की रहनेवाली हैं। सोना कहती हैं, "हरियाणा पुलिस
ने मुझे काफी सपोर्ट किया। वे अपना ग्राउंड खेलने के लिए देते थे।"
- 1994 में करियर शुरू करने वालीं सोना हरियाणा की बेस्ट प्लेयर थीं।
- हरियाणा में प्लेयर्स के साथ होने वाले पॉलिटिक्स से परेशान होकर 1995 में यूपी आकर बस गईं।
- 1995 में ही भारतीय महिला फुटबॉल टीम में एंट्री की।
- महज एक साल बाद वो टीम की कैप्टन बन गईं। उन्होंने 1996-97 तक कप्तानी संभाली।
- सोना को फुटबॉल से प्यार 1989 में स्कूलिंग के दौरान हुआ था।
- वो राइट बैक पोजिशन से खेलती थीं।
- 1994 में करियर शुरू करने वालीं सोना हरियाणा की बेस्ट प्लेयर थीं।
- हरियाणा में प्लेयर्स के साथ होने वाले पॉलिटिक्स से परेशान होकर 1995 में यूपी आकर बस गईं।
- 1995 में ही भारतीय महिला फुटबॉल टीम में एंट्री की।
- महज एक साल बाद वो टीम की कैप्टन बन गईं। उन्होंने 1996-97 तक कप्तानी संभाली।
- सोना को फुटबॉल से प्यार 1989 में स्कूलिंग के दौरान हुआ था।
- वो राइट बैक पोजिशन से खेलती थीं।
एक चोट से खत्म हुआ था करियर
- 1998 में एशियन गेम्स के दौरान उन्हें घुटने और बैकबोन में चोट लगी थी।
- उस चोट ने उनका फुटबॉल करियर खत्म कर दिया था।
- ऑपरेशन के बाद सोना 6 महीने तक व्हीलचेयर और बेड रेस्ट पर रहीं।
- फुटबॉल के अलावा सोना ने एथलेटिक्स में भी हिस्सा लिया।
- 2002 में शादी के बाद वो वाराणसी आकर बस गईं।
- उस चोट ने उनका फुटबॉल करियर खत्म कर दिया था।
- ऑपरेशन के बाद सोना 6 महीने तक व्हीलचेयर और बेड रेस्ट पर रहीं।
- फुटबॉल के अलावा सोना ने एथलेटिक्स में भी हिस्सा लिया।
- 2002 में शादी के बाद वो वाराणसी आकर बस गईं।