कान्वेंट स्कूलो जैसी व्यवस्था प्राथमिक विद्यालयों में देने में जुटे है समाजसेवी प्रदीप मिश्रा
https://www.shirazehind.com/2016/05/blog-post_422.html
जौनपुर जिले के एक समाजसेवी ने प्राथमिक विद्यालयों के छात्र-छात्राओ को कान्वेंट स्कूलो जैसी व्यवस्था देने की शुरूआत किया है। यह युवा समाजसेवी किसी सरकारी अनुदान से नही बल्की जन सहयोग यह कार्य करने का वीणा उठाया है। उसने आज ग्रामीणो के सहयोग से सिरकोनी विकास खण्ड के अहमदपुर प्राथमिक विद्यालय के बच्चो को बैठने के लिए 21 डेस्क और बंेच दिया है।
जौनपुर जिले के राजकालोनी निवासी प्रदीप मिश्रा ने आचार्य विनोवा भावे से प्रेरेरित होकर जिले के सभी प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओ को कान्वेंट स्कूलो जैसा व्यवस्था देने का वीणा उठाया है। यह नव युवक अपना गांव अपनी जिम्मेदारी का स्लोगन देकर इस कार्य जुट गया है। उसने पहले कड़ी में बच्चो को बैठने के लिए डेस्क बंेच की व्यवस्था करने में जुट गया है। प्रदीप ने इस कार्य की शुरूआत सिरकोनी ब्लाक के अहमदपुर गांव से किया। प्रदीप गांव वालो से अपनी मंशा जाहिर किया तो 80 फीसदी ग्रामीण उनके बातो से प्रेरेरित होकर इस कार्य में अपना हाथ लगा दिया जिसका परिणाम रहा कि इस गांव के लोग प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चो के लिए 21 बेंच डेस्क प्रदान किया।
आज जन सहयोग से मिले डेस्क बेंच को समाजसेवी ने एक सादे समारोह में मुख्यविकास अधिकारी को सौप दिया। सीडीओ ने उसे प्राधानाचार्य अरविन्द शुक्ल को सुपुर्द कर दिया।
इस मौके पर सहयोग करने वाले ग्रामीणो को सीडीओ द्वारा सम्मानित किया गया। सीडीओ ने कहा कि अच्छे कार्य करने वालो को शुरूआती दौर में कठिनाईयां जरूर आती है लेकिन जब वह सफल हो जाता है उसकी आलोचना करने वाले खुद मुरीद हो जाते है।
जौनपुर जिले के राजकालोनी निवासी प्रदीप मिश्रा ने आचार्य विनोवा भावे से प्रेरेरित होकर जिले के सभी प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओ को कान्वेंट स्कूलो जैसा व्यवस्था देने का वीणा उठाया है। यह नव युवक अपना गांव अपनी जिम्मेदारी का स्लोगन देकर इस कार्य जुट गया है। उसने पहले कड़ी में बच्चो को बैठने के लिए डेस्क बंेच की व्यवस्था करने में जुट गया है। प्रदीप ने इस कार्य की शुरूआत सिरकोनी ब्लाक के अहमदपुर गांव से किया। प्रदीप गांव वालो से अपनी मंशा जाहिर किया तो 80 फीसदी ग्रामीण उनके बातो से प्रेरेरित होकर इस कार्य में अपना हाथ लगा दिया जिसका परिणाम रहा कि इस गांव के लोग प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चो के लिए 21 बेंच डेस्क प्रदान किया।
आज जन सहयोग से मिले डेस्क बेंच को समाजसेवी ने एक सादे समारोह में मुख्यविकास अधिकारी को सौप दिया। सीडीओ ने उसे प्राधानाचार्य अरविन्द शुक्ल को सुपुर्द कर दिया।
इस मौके पर सहयोग करने वाले ग्रामीणो को सीडीओ द्वारा सम्मानित किया गया। सीडीओ ने कहा कि अच्छे कार्य करने वालो को शुरूआती दौर में कठिनाईयां जरूर आती है लेकिन जब वह सफल हो जाता है उसकी आलोचना करने वाले खुद मुरीद हो जाते है।