शौचालय के आभाव से महिलायें परेशान
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जौनपुर। जहाँ एक तरफ जिला प्रसाशन खुले में शौचालय मुक्त कराने की लिए जोर आजमाइश कर रहा है वही शहर के कई मुख्य स्थानों पर शौचालय का अस्तित्व खत्म कर दिया गया है। स्टेशन रोड़ से ओलंदगंज के बीच, सिपाह, जेसीज चैराहा, नखास, जोगियापुर में शौचालय की सख्त जरूरत है । इनमें से कुछ स्थानों पर कभी शौचालय हुआ करता था जिसे अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत तोड़ कर नष्ट कर दिया गया लेकिन पुनः शौचालय बनाने का ख्याल दिमाग से निकाल दिया गया। जिससे यात्रियों को दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है । लोग शहर में उतरने के बाद गली-गली शौचालय ढूढने में लगे रहते है जहाँ शौचालयों की सख्त आवश्यकता है वहाँ जिला प्रशासन सुधि लेने को तैयार ही नही है। एक तो जिले में गिने-चुने कुछ शौचालय ही थे जिसे नश्त-नाबूत कर दिया गया है लेकिन उसके जगह पर दूसरा शौचालय बनवाने की कोई प्रक्रिया नही चल रही है। शहर के सिपाह मोहल्ले में मात्र एक ही शौचालय था जिसके ध्वस्त होने से आजमगढ़, केराकत, चन्दवक आदि जगहों से आये महिला व पुरूषों को परेशान होकर नदी के किनारे का सहारा लेना पड़ता है। ऐसा ही कुछ हाल है नगर के जोगियापुर और नखास विसर्जन घाट पर जहाँ स्वच्छ गंगा अभियान के तहत सुन्दरीकरण के लिये महीनों से कार्य चल रहा है वहीं शाम होते ही शौच के लिये महिलाओं का जमघट लग जाता है । पूरे शहर के लोग शाम होते ही सद्भावना पुल पर हवा व आनन्द लेने के लिये पहुचतें है लेकिन वहाँ के दृश्य को देख कुछ लोग वहाँ से भागने को मजबूर हो जाते है लेकिन कुछ ऐसे भी अराजक तत्व भी है जिन्हे छिटाकशी करने में आनन्द मिलता है। गरीब परिवार में जिनके पास सुबह शाम के भोजन का जुगाड़ भी बहुत मुस्किल से होता है वो लोग घरों में शौचालय कहा से बनवायेगें इन लोगो को शौचालय की सुदृढ़ व्यवस्था होनी चाहिये।