डायरिया और मलेरिया का प्रकोप
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जौनपुर। कभी तेज गर्मी तो कभी उमस का वातावरण व मौसम का नतीजा कहें या फैली गंदगियों व दूषित वातावरण को कारण मानें। इस समय ग्रामीणांचलों में बीमारियों का पारा इस कदर चढ़ रहा है कि पूरा परिवार ही बीमार हो जा रहा है। ग्रामीणों का नीम-हकीम के यहां बांस की डंडी व दीवार की खूंटी पर ग्लूकोज की बाटल लटकाकर उपचार चल रहा है। डायरिया, मियादी, मलेरिया आदि बीमारियों की चपेट में तमाम बूढ़े-बच्चे व जवान सभी हैं। इन बीमारियों को गंदगी से बढ़ावा मिल रहा है। गांवों में गंदे पानी का जमाव, बजबजाती नालियां, गोबर आदि गंदगी के कारण डायरिया, मलेरिया जैसी बीमारियां फैल रही हैं। कहने को तो बिना डिग्री के नीम हकीम हैं पर बीमारियों में तो यही गरीब व निर्धन बीमारों का सहारा बने हैं। इनके अलावा अन्य कोई उपाय भी नहीं है। तत्काल प्राथमिक उपचार इन्हीं चिकित्सकों के यहां हो जाने से मरीज राहत में आ जाते हैं।