शिया समुदाय ने मनाया ईद, अकीदत के साथ अदा की गयी नमाज
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जौनपुर। जिले में शिया समुदाय द्वारा ईद का पर्व बुधवार को पूरी श्रद्धा व अकीदत के साथ मनाया गया। इमामबाड़ों में स्थित ईदगाहों में लोगों ने सुबह जाकर ईद की नमाज अदा की और मुल्क में अमन और शांति के लिए दुआएं मांगी गयी। इस मौके पर जिला प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया था। गौरतलब हो कि सुन्नी समुदाय के लोग आज ईद का पर्व मनाएंगे। शिया धर्मगुरु मौलाना सफदर हुसैन जैदी ने बताया कि शीयाओं के सर्वोच्च धर्मगुरु आयतुल्लाह सिस्तानी ने मंगलवार की देर रात इरान से यह एलान किया था कि शिया समुदाय के सभी लोग बुधवार को पूरी अकीदत के साथ ईद की नमाज अदा कर सकते है। आनन-फानन में बुधवार की भोर में सहरी से पहले तमाम मोहल्लो, इमामबाड़ों की मस्जिद से इस बात का एलान होने लगा कि आज लोग रोजा न रखें और ईद की नमाज अदा करने के लिए ईदगाह समय से पहुंचे। सदर इमामबाड़ा स्थित ईदगाह में सुबह साढ़े नौ बजे शिया जामा मस्जिद के पेश इमाम मौलाना महफुजुल हसन खां ने ईद की नमाज अदा करायी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया में आतंकवाद का बोलबाला है। उनसे निबटने के लिए हम सबको एक होने की जरुरत है। जिस तरह से बेगुनाहों का खून बहाया जा रहा है वो इस्लाम में जायज नहीं है। वहीं हुसैनिया नकी फाटक स्थित इमामबाड़े में मौलाना सफदर हुसैन जैदी ने ईद की नमाज अदा करायी। नमाज के बाद उन्होंने मुल्क में अमन शांति व तरक्की के लिए दुआएं मांगी। बलुआघाट स्थित हाजी मोहम्मद अली के इमामबाड़े में मौलाना फजले मुमताज साहब ने ईद की नमाज अदा करायी। इस मौके पर जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी, पुलिस अधीक्षक रोहन पी कनय सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों ने सदर इमामबाड़ा ईदगाह पहुंचकर मौलाना व अन्य लोगों को गले मिलकर ईद की बधाई दी। वहीं शहर कोतवाल सतेंद्र नाथ तिवारी ने नमाज को देखते हुए सुरक्षा के कड़े प्रबंध कर रखे थे। जगह-जगह सबइंसपेक्टर व पुलिस की तैनात थी।
इसी क्रम में करंजाकला ब्लाक के करंजा खुर्द की शिया जामा मस्जिद में ईदुल फित्र की नमाज हुई जिसमें मौलाना मनाजिरुल हसनैन ने नमाज अदा कराई और खुतबे में कहा कि ईद का दिन हजरत अली अ.स. के इरशाद के मुताबिक वो दिन है जिस दिन इंसान से कोई गुनाह न हो लेहाजा हम सब अली अ.स. वालों का फर्ज है कि एक साथ इकठठा हो करके ईदुल फित्र की नमाज अदा करें और उसके बाद गले ही न मिलें बल्कि दिल से दुश्मनी खत्म करें अल्लाह के घर मस्जिद में एक दूसरे के गला मिलना साल भर के लिए आपस में यह एग्रीमेंट होना चाहिए कि हम लोग मेल मोहब्बत के साथ रहेंगे और दूसरे मजहबों का एहतराम करें वो भी हमारे भाई है दो तरह से एक तो वो भी उसी खुदा को मानते है जिसे हम मानते है वो भी उसी देश में रहते है जिसमें हम रहते है ईस्लाम में पड़ोसियों का बड़ा हक है लेहाजा ईद के मौके पर भूलना नहीं चाहिए इस्लाम हमदर्दी मेलजोल का मजहब है दहशतगर्दी का नहीं अली अ0 स0 ने दौरे हुकूमत में तमाम कौमों का वैसे ख्याल रखा जैसे मुसलमानो का ख्याल रखा। इस मौके पर सुल्तान हैदर, मो. अली एडवोकेट, मुनीर हसन, सलमान हैदर, इमरान, रिजवान, शानू गांधी, जौहर, गौहर, शिराज हैदर, औसाफ हैदर, अशरफ, रौशन अब्बास, आजम जैदी और शिकारपुर पुलिस चौकी के देवेंद्र यादव मौजूद रहे।