नैक मूल्यांकन टीम ने किया विश्वविद्यालय परिसर में विजिट
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जौनपुर।
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के नैक मूल्यांकन के लिए गुजरात
के प्रो0 हरीश पाध की अध्यक्षता में सात सदस्यीय टीम ने सोमवार को गहन
निरीक्षण का कार्य प्रारम्भ कर दिया। टीम चार दिन तक विश्वविद्यालय परिसर
में पढाई, साधन- संसाधनों के साथ सभी गतिविधियों का निरीक्षण करेगी।
कुलपति
सभागार में सुबह टीम के समक्ष सबसे पहले विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.
पीयूष रंजन अग्रवाल ने विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या और भावी योजनाओं के
बारे में विस्तार से बताया। कुलपति ने कहा कि आने वाले समय में सीबीसीएस,
शिक्षकों की प्रोन्नति, सातवां वेतन आयोग की सिफरिशों को लागू करना, वरिष्ठ
शिक्षकों को विश्वविद्यालय से जोड़े रखना और रूसा विश्वविद्यालय के लिए आने
वाले समय में सबसे बड़ा चैलेंज है। कुलपति ने कहा कि सम्बद्ध महाविद्यालयों
की समय से परीक्षा और उनका रिजल्ट घोषित करने में हमने बड़ी सफलता पाई है।
शोध की गुणवत्ता के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया गया है। कुलपति प्रो
अग्रवाल के प्रस्तुतीकरण के बाद टीम के अध्यक्ष एवं सदस्यों ने
विश्वविद्यालय से जुड़ी अन्य जानकारियां भी ली।
१० बजे कुलपति
सभागार में टीम ने विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्षों और विभागाध्यक्षों से
संवाद किया उन्होंने उनसे परिसर के पाठ्यक्रमों और शोध के सम्बन्ध में
विस्तृत जानकारी ली। प्रो डीडी दूबे, प्रो. बीबी तिवारी, डॉ. अजय द्विवेदी
ने इस द्विपक्षीय संवाद में अपनी बात रखी। शोध कार्य के बारे में विस्तार
से चर्चा की गई। डॉ अजय द्विवेदी ने विश्वविद्यालय में 2014 से नए नियम के
तहत प्रारम्भ हुए पीएचडी प्रोग्राम के बारे में बताया।
इसके बाद
टीम संकाय भवन के आईक्यूएसी सेल में पहुँची। सेल के समन्वयक डॉ मानस पांडेय
ने कांफ्रेंस हॉल में शैक्षिक गुणवत्ता के सुधार में विश्वविद्यालय के
योगदान पर विस्तृत प्रकाश डाला।
विवेकानन्द पुस्तकालय में टीम
के समक्ष डॉ विद्युत् मल ने पावर पॉइंट के माध्यम से लाइब्रेरी की सुविधाओं
के बारे में अपनी बात रखी.पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ मानस पांडेय ने ई बुक, ई
जर्नल, ऑनलाइन स्टडी मैटेरियल की उपलब्धता से भी अवगत कराया। शोध गंगा में
अपलोडेड थीसिस की जानकारी भी दी गई। एक घंटे तक टीम ने लाइब्रेरी के सभी
सेक्शन को बारीकी से देखा। टीम के सदस्यों के साथ विश्वविद्यालय के
अधिकारियों, शिक्षकों और कर्मचारियों के साथ ग्रुप फोटोग्राफी भी हुई। टीम
ने कुलपति शिविर में कार्यसमिति के सदस्यों के साथ बैठक की। जिसमें दीनानाथ
सिंह, रविन्द्र खरवार, दुर्गावती उपाध्याय आदि शामिल हुये।
दोपहर
02 बजे से परिसर के विभागों का नैक टीम के सदस्यों ने दो समूहों में
निरीक्षण किया। पहली टीम में नैक के चेयरमैन प्रो. हरीश पाध, प्रो. एम.
कृष्णन, प्रो. मेवा सिंह, प्रो. एनके जैन, सदस्यों ने विज्ञान संकाय के
बायो टेक्नोलॉजी, माइक्रो बायोलॉजी, बॉयो केमिस्ट्री, इनवायरमेंटल साइंस का
निरीक्षण किया। विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो. डी.डी. दूबे ने विज्ञान संकाय
की रिपोर्ट प्रस्तुत की। विभागाध्यक्षों ने टीम के सदस्यों को विभाग के
शिक्षण,शोध, विद्यार्थियों एवं समस्त गतिविधियों के बारे में बताया। वहीं
दूसरी तरफ टीम बी में प्रो. एम.एस. दास गुप्ता, प्रो. संतोष के बोरा, प्रो.
पीएन मिश्रा एवं प्रो. वैद्या शामिल रहे। जिन्होंने प्रबन्ध अध्ययन संकाय,
मानव संसाधन विकास विभाग, वित्त नियंत्रण विभाग, प्रबन्ध अर्थशास्त्र
विभाग, जनसंचार विभाग और व्यवहारिक मनोविज्ञान विभाग का निरीक्षण किया।
जनसंचार विभाग में विद्यार्थियों द्वारा निर्मित डाक्यूमेंट्री, खबरों,
ब्लाॅग, विश्वविद्यालय का अधिकारिक ब्लाॅग पूरब बानी, फेसबुक पेज एवं
विश्वविद्यालय के यू-ट्यूब चैनल को देखा और सुझाव भी दिये। दिनभर की
गतिविधियों में वित्त अधिकारी एम.के. सिंह, कुलसचिव डाॅ. देवराज, प्रो.
एच.सी. पुरोहित, उप कुलसचिव संजीव सिंह, टी.बी. सिंह, डाॅ. अविनाश
पाथर्डीकर, डाॅ. मनोज मिश्र, डाॅ दिग्विजय सिंह राठौर, डाॅ. रजनीश, डाॅ.
सुरजीत यादव, डाॅ. के.एस. तोमर, डाॅ. अवध बिहारी सिंह, डाॅ. सुनील कुमार
समेत तमाम शिक्षक एवं कर्मचारी मौजूद रहे।
ये हैं नैक पियर टीम:-
1. प्रो. हरीश पाध (अध्यक्ष)
2. प्रो. एम.एस. गुप्ता
3. प्रो. संतोष के. बोरा
4. प्रो. एम. कृष्णन
5. प्रो. पी.एन. मिश्र
6. प्रो. मेवा सिंह
7. प्रो. एन.के. जैन
8. प्रो. वैद्या
मिनट टू मिनट
समय कार्यक्रम
9ः30 से 10ः30 कुलपति सभागार में कुलपति का प्रजेन्टेशन एवं विभागाध्यक्षों के
साथ नैक टीम की बैठक।
10ः30 से 11ः30 संकाय भवन के कांफ्रेंस हाॅल में आईक्यूएसी की गतिविधियों पर
चर्चा हुई।
11ः30 से 12ः30 विवेकानन्द केन्द्रीय पुस्कालय का निरीक्षण।
12ः30 से 14ः00 कार्यसमिति के सदस्यों के साथ बैठक।
14ः00 से 17ः00 परिसर के विभागों का निरीक्षण।
