प्रशसन के आदेश की स्कूलों ने उड़ाई धज्जियां
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जौनपुर। जिला प्रशासन द्वारा विद्यालयों को निर्देश दिया गया था कि दिन में 10 से अपरान्ह तीन बजे तक चलाये
जाय लेकिन शहर ही नहीं कस्बाई इलाकों मंे भी अनेक स्कूल ने इस निर्देश को दर किनार करते हुए
गुरूवार को सवेरे सात बजे से ही स्कूली बच्चों को वाहनों में बैठाना शुरू कर दिया। यह मनमानी करके
स्कूलों ने प्रशासन के आदेश की धज्जियां उड़ा दिया। छोटे बच्चे शीतलहर में कांपते हुए
सड़कों के किनारे देखे गये। अभिभावक भी इसका विरोध न करते हुए अपने बच्चों को स्कूल भेज
दिया। सीबीएसई और शहर के तथाकथित बड़े स्कूलों ने प्रशासन के फरमान की धज्जियां उड़ाकर साबित
कर दिया कि वे जैसे चाहे स्कूलों का संचालन करेगें प्रशासन उनका बाल भी बांका नहीं कर सकता। इतना
ही नहीं जिला विद्यालय निरीक्षक और बीएसए ने भी यह जांच पड़ताल करने की परेशानी नहीं उठाई कि विद्यालय
कितने बजे खोले गये है। ज्ञात हो कि माण्टेरसी स्कूलों की मनमानी कोई नहीं बात नहीं है । वे न
तो स्कूल बन्द रखने का आदेश मानते है न ही बच्चों को ले जाने वाले वाहनों को दुरूस्त रखते है
। डग्गामार वाहनों से बच्चों को ले जाया जाता है। जिला प्रशासन भी कई बार चेतावनी व छोटी
कार्यवाही करके ढीला पड़ जाता है। अभिभावकों का कहना है कि अधिकारियांे के बच्चे भी इन्ही
विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण करते है। शायद इसलिये भी सख्ती करने से परहेज किया जाता है।