नकल का विरोध करने पर कालेज प्रशासन ने महिला टीचर के साथ की बदसलूकी , शिक्षको में आक्रोश
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जौनपुर। बोर्ड की परीक्षा में नकल कराने का विरोध करने पर एक महिला टीचर के साथ प्रिंसपल ने अभद्रता करते हुए ड्यूटी से हटा देने का सनसनी खेज मामला सामने आया है। टीचर ने इसकी जानकारी मोबाईल फोन द्वारा डीआईओएस को दे दिया है। यह खबर शिक्षको को लगते हुए हड़कंप मच गया है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशीय मंत्री रमेश सिंह ने कहा कि यदि इसी तरह से कालेज प्रशासन का रवैया रहा तो हम लोग परीक्षा का बहिष्कार करने को बाध्य होगें।
बताया जाता है कि नगर से सटे एक इंटर कालेज में सोमवार को बोर्ड परीक्षा की प्रथम पाली में हाईस्कूल की अंग्रेजी प्रश्नपत्र की चल रही थी। परीक्षा के दौरान व्यवस्था से जुड़े लोग नकल कराना चाह रहे थे। जबकि कक्ष में तैनात शिक्षिका नकल का विरोध कर रही थी। नकल का विरोध करने पर व्यवस्था से जुड़े लोगों ने शिक्षिका के साथ बदसुलूकी की। इतना ही नहीं उक्त शिक्षिका को विद्यालय से निकल जाने के लिए भी विवश कर दिया गया। विद्यालय से बाहर आने के बाद शिक्षका ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी जिला विद्यालय निरीक्षक व शिक्षक संघ के पदाधिकारियों को दिया। शिक्षक नेताओं ने मामले की सूचना उपजिलाधिकारी सत्य प्रिय सिंह को मोबाइल पर दी। मामले को लेकर प्रशासन ने उक्त शिक्षिका से उसके मोबाइल पर संपर्क साधा। शिक्षिका पर व्यवस्था से जुड़े लोगों ने ऐसा दबाव बना रखा था। कि उसने लिखित सूचना देने से इनकार कर दिया। इस संबंध में पूछे जाने पर उपजिलाधिकारी सत्य प्रिय सिंह ने कहा कि लिखित सूचना मिलने पर जांच करके उचित कार्यवाही की जाएगी।
सुषमा अस्थाना पीड़ित शिक्षिका
बताया जाता है कि नगर से सटे एक इंटर कालेज में सोमवार को बोर्ड परीक्षा की प्रथम पाली में हाईस्कूल की अंग्रेजी प्रश्नपत्र की चल रही थी। परीक्षा के दौरान व्यवस्था से जुड़े लोग नकल कराना चाह रहे थे। जबकि कक्ष में तैनात शिक्षिका नकल का विरोध कर रही थी। नकल का विरोध करने पर व्यवस्था से जुड़े लोगों ने शिक्षिका के साथ बदसुलूकी की। इतना ही नहीं उक्त शिक्षिका को विद्यालय से निकल जाने के लिए भी विवश कर दिया गया। विद्यालय से बाहर आने के बाद शिक्षका ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी जिला विद्यालय निरीक्षक व शिक्षक संघ के पदाधिकारियों को दिया। शिक्षक नेताओं ने मामले की सूचना उपजिलाधिकारी सत्य प्रिय सिंह को मोबाइल पर दी। मामले को लेकर प्रशासन ने उक्त शिक्षिका से उसके मोबाइल पर संपर्क साधा। शिक्षिका पर व्यवस्था से जुड़े लोगों ने ऐसा दबाव बना रखा था। कि उसने लिखित सूचना देने से इनकार कर दिया। इस संबंध में पूछे जाने पर उपजिलाधिकारी सत्य प्रिय सिंह ने कहा कि लिखित सूचना मिलने पर जांच करके उचित कार्यवाही की जाएगी।
सुषमा अस्थाना पीड़ित शिक्षिका