कुलभूषण जाधव पक्ष में आये अधिवक्ता
https://www.shirazehind.com/2017/04/blog-post_908.html
जौनपुर। दीवानी न्यायालय के अधिवक्ताओ ने निर्दोश कुलभूषण जाधव के फासी की सजा दिये जाने के विरोध में आज अपना कामकाज ठप्प करके पाकिस्तान के खिलाफ जमकर अपनी भड़ास निकालते हुए पाकिस्तान और नवाज शरीफ मुर्दाबाद के विरोध नारेबाजी किया। अधिवक्ताओ ने भारत सरकार से मांग किया कि यदि जाधव फासी सजा माफ करके पाकिस्तान सम्मान रिहा नही करती है उसका मुहतोड़ जवाब दिया जाय।
पाकिस्तान की सैन्य अदालत द्वारा भारतीय नौसेना के अधिकारी कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुनाए जाने के विरोध में वकीलों की संस्था प्रदेश बार कॉउंसिल द्वारा 17 अप्रैल को सूबे के समस्त वकीलों से न्यायिक कार्य से विरत रहने के आह्वाहन के मद्देनजर दीवानी नयायालय अधिवक्ता संघ के सभागार में दिनेश प्रताप सिंह की अध्यक्षता में एक आपात बैठक आयोजित की गई जिसका संचालन संघ के मंत्री अनिल कुमार सिंह कप्तान ने किया।
उ० प्र० बार काउंसिल के अध्यक्ष अनिल प्रताप सिंह की ओर से जारी प्रस्ताव में कहा गया है कि भारतीय नौसेना के अधिकारी को फांसी की सजा सुनाए जाने का विरोध पूरे विश्व में हो रहा है। देश पर जब भी कोई संकट आता है तब अधिवक्ता समाज ने अपनी सक्रिय भागीदारी निभाई है। कुलभूषण को अंतरराष्ट्रीय मान्यताओं एवं कानून कायदे का गला घोटते हुए फांसी की सजा का एलान किया गया है। अधिवक्ताओं द्वारा कार्य बहिष्कार व राष्ट्रवादी चर्चा करने से कुलभूषण जाधव को सजा से मुक्ति दिलाकर उन्हें भारत लाने का मार्ग प्रशस्त होगा।
दीवानी न्यालय के अधिवक्ताओं ने कार्य बहिष्कार करके " पाकिस्तान मुर्दाबाद " एवं " कुलभूषण जाधव को रिहा " करो के नारे लगाते हुए पूरे न्यायालय परिसर का चक्रमण किया। उक्त अवसर पर इंद्रजीत मिश्र, सुरेंद्र मिश्र, अखिलेश राज पाठक, राजेश गुप्त, हरेन्द्र शुक्ल , संजय श्रीवास्तव , सूर्य मणि पाण्डेय , बृजेश निषाद , नीलेश निषाद , सन्तोष यादव ,ओम प्रकाश पाल सहित तमाम अधिवक्तागण उपस्थित रहे।
पाकिस्तान की सैन्य अदालत द्वारा भारतीय नौसेना के अधिकारी कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुनाए जाने के विरोध में वकीलों की संस्था प्रदेश बार कॉउंसिल द्वारा 17 अप्रैल को सूबे के समस्त वकीलों से न्यायिक कार्य से विरत रहने के आह्वाहन के मद्देनजर दीवानी नयायालय अधिवक्ता संघ के सभागार में दिनेश प्रताप सिंह की अध्यक्षता में एक आपात बैठक आयोजित की गई जिसका संचालन संघ के मंत्री अनिल कुमार सिंह कप्तान ने किया।
उ० प्र० बार काउंसिल के अध्यक्ष अनिल प्रताप सिंह की ओर से जारी प्रस्ताव में कहा गया है कि भारतीय नौसेना के अधिकारी को फांसी की सजा सुनाए जाने का विरोध पूरे विश्व में हो रहा है। देश पर जब भी कोई संकट आता है तब अधिवक्ता समाज ने अपनी सक्रिय भागीदारी निभाई है। कुलभूषण को अंतरराष्ट्रीय मान्यताओं एवं कानून कायदे का गला घोटते हुए फांसी की सजा का एलान किया गया है। अधिवक्ताओं द्वारा कार्य बहिष्कार व राष्ट्रवादी चर्चा करने से कुलभूषण जाधव को सजा से मुक्ति दिलाकर उन्हें भारत लाने का मार्ग प्रशस्त होगा।
दीवानी न्यालय के अधिवक्ताओं ने कार्य बहिष्कार करके " पाकिस्तान मुर्दाबाद " एवं " कुलभूषण जाधव को रिहा " करो के नारे लगाते हुए पूरे न्यायालय परिसर का चक्रमण किया। उक्त अवसर पर इंद्रजीत मिश्र, सुरेंद्र मिश्र, अखिलेश राज पाठक, राजेश गुप्त, हरेन्द्र शुक्ल , संजय श्रीवास्तव , सूर्य मणि पाण्डेय , बृजेश निषाद , नीलेश निषाद , सन्तोष यादव ,ओम प्रकाश पाल सहित तमाम अधिवक्तागण उपस्थित रहे।