शिकायते बेअसर, तालाबों पर कब्जे बरकरार
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जौनपुर। बीते वित्तीय वर्ष में तालाबों पर अतिक्रमण की दर्जनों शिकायतें जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारियों से की गईं। इसके बावजूद उनका अतिक्रमण अभी तक नहीं हटाया गया। तालाबों की जांच के आदेश व अतिक्रमण हटाने के दावे कागजों तक सिमट कर रह गए। इसी का नतीजा है कि आज भी जनपद में जगह-जगह दबंगों ने तालाबों की जमीन पर कब्जा कर रखा है। बीते वित्तीय वर्ष में राजस्व विभाग के आंकड़ों के अनुसार पूरे जनपद में तालाबों पर अतिक्रमण व अवैध कब्जों की 60 से अधिक लोगों ने शिकायतें कीं। अधिकारियों ने तहसील दिवसों व उनके कार्यालयों में दी गई इन शिकायतों का निस्तारण करने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया, लेकिन हकीकत में तालाबों से अतिक्रमण नहीं हटाया गया। इसी का नतीजा है कि जनपद में जगह-जगह स्थित दर्जनों तालाबों पर लोगों ने कब्जा कर लिया है। तालाब की जमीन पर कहीं कहीं मवेशीशाला तो कहीं ग्रामीणों ने आवास बना लिए हैं। तहसीलों के उपजिलाधिकारियों ने ही दावा किया है कि उन्होंने बीते वित्तीय वर्ष में अतिक्रमण युक्त तालाबों का चिह्नांकन कर उन्हें अतिक्रमण मुक्त कराया है। लेकिन उनके यह दावे तालाबों पर अतिक्रमण देखकर हवा हवाई साबित हो रहे हैं।