जीएसटीः अब कर चोरी करना आसान नहीं
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जौनपुर। जीएसटी लागू होने के बाद सरकार का पूरा जोर अब इसके क्रियान्वयन पर है। वाणिज्य कर विभाग के अधिकारी व्यापारियों के साथ बेहतर माहौल में जानकारी देने के साथ ही कठिनाइयों को दूर कर रहे हैं। सरकार ने वाणिज्य कर विभाग के अधिकारियों को व्यापारियों के साथ तीन माह तक सौहार्दपूर्ण बर्ताव करने के आदेश दिए हैं। उत्तर प्रदेश के एडिशनल कमिश्नर आन्जनेय कुमार ंिसह प्रदेश के सभी जोनल एडिशनल कमिश्नर को इस संक्रमण काल के दौरान किसी भी व्यापारी का वह माल नहीं पकड़ने के आदेश दिए हैं जिसमें आपूर्तिकर्ता का नाम, सेल या टैक्स एंवायस काटा गया हो। ई-वे बिल के लिए जीएसटीएन पोर्टल तैयार न होने के चलते विभाग अभी भले ही व्यापारियों और ट्रांसपोर्टरों पर सीधे नजर न रख पा रही हो, लेकिन विभागीय अधिकारियों का दावा है कि जीएसटी में ऐसी कई व्यवस्थाएं हैं जिसमें पिछले रिकार्ड के आधार हुई कर की चोरी को आसानी से पकडा जा सकेगा। जीएसटी लागू हुए नौ दिन बीत गए। जानकारों की मानें तो जिले के व्यापारी माल मंगाना नहीं चाहते। वह जीएसटी के झमेले में फंसने से बच रहे हैं। 90 फीसद लोग अभी नया माल मंगाने से बच रहे हैं। पुराना स्टाक ही बेच रहे हैं। यदि यह हाल लंबे समय तक बना रहा तो बाजार की स्थिति नियंत्रण से बाहर हो जाएगी। इसको देखते हुए वाणिज्य कर विभाग के अधिकारी व्यापारियों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। जिले में व्यापारियों की मदद के लिए हेल्पडेस्क शुरू किया गया है, जो तीन माह तक चलेगा। व्यापारी इसके माध्यम से शंकाओं का समाधान कर सकते हैं। इसके अलावा प्रत्येक तहसील में नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। व्यापारियों के समझ में जो बातें नहीं आ रही हैं, उसे समझाया जा रहा है। जिले के ट्रांसपोर्टर भी माल बुक करने से बच रहे हैं। वाणिज्य कर अधिकारियों ने ट्रांसपोर्ट का कार्य करने वाले लोगों को समझाया कि बिना पेपर के माल बुक न करें। यदि कोई गलत कागज दिखाकर माल बुक कराता है तो यह उस व्यापारी की जिम्मेदारी होगी। वाणिज्य कर विभाग के अधिकारियों का दावा है कि प्रत्येक लोगों पर नजर रखना मुश्किल है। इसलिए सरकार अब टेक्नालाजी का सहारा ले रही है। जिसके जरिये कर चोरी करना आसान नहीं होगा। बैंक से लेनदेन की सीमा निर्धारित है। इस पर नजर रहेगी, इसके अलावा जीएसटीएन एक एडवांस सर्वर है। सारी चीजें आनलाइन रहेंगी। माल लदे वाहनों को कहां से कहां जाना है, इसका पूरा विवरण आनलाइन रहेगा। यह सबकुछ आसानी से पता किया जा सकता है। यदि कोई चालाकी करेगा तो बच नहीं पाएगा।