तबादला के बाद भी कार्यमुक्त नहीं किया जा रहा चर्चित कर्मचारी
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जौनपुर।
जनपद के बहुचर्चित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र केराकत के स्थानान्तरित
कनिष्ठ सहायक जहां स्थानीय केन्द्र को लूट-खसोट व भ्रष्टाचार का केन्द्र
बना दिया था, वहीं अनेकों बार हुये तबादला के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के
भ्रष्ट आलाधिकारियों के रहमो-करम पर यहीं पर पिछले 18 वर्षों से कुण्डली
मारकर बैठकर शासनादेश को ठेंगा भी दिखाता रहा। आरोप है कि सारे नियम-कानून
को पूर्व की सपा सरकार के कार्यकाल में ताख पर रखकर पुराने भवनों को ध्वस्त
कराकर सुन्दरीकरण की आड़ में सरकारी धन का जमकर बंदरबांट किया गया है। इतना
ही नहीं, उक्त कर्मचारी द्वारा लाखों रूपये के कीमती पुराने नीम, चिलबिल,
गुलर के हरे पेड़ों को कटवाकर औने-पौने दामों में अपने नजदीकी लोगों को बेच
दिया गया है जो जांच का विषय है। पूर्व की सपा सरकार में तमाम लोगों द्वारा
की गयी शिकायत के बावजूद भी मण्डल स्तर से लेकर जनपद व स्वास्थ्य केन्द्र
के अधीक्षक तक चंद चांदी के जूतों की चमक के आगे नतमस्तक रहे। सूत्रों के
अनुसार उक्त चर्चित कर्मचारी का गैरजनपद तबादला होने के बाद भी अभी तक
चिकित्सा अधीक्षक द्वारा कार्यमुक्त नहीं किया जा रहा है। चर्चाओं की मानें
तो स्वयं स्थानीय चिकित्सा अधीक्षक महोदय भी उक्त कर्मचारी के तबादला को
रोकवाने में लगे हुये हैं। इसको लेकर कनिष्ठ सहायक के तबादला किये जाने की
खुशी में रहने वाले क्षेत्रीय लोगों में एक बार पुनः असंतोष बढ़ने लगा है।

