कर्मस्थल में ही विलीन होकर अमर हो जाती हैं, महापुरूषों की आत्माएं
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जफराबाद। महापुरषों की आत्माएं उनके कर्मस्थल में ही विलीन होकर अमर हो जाती है ऐसी ही आत्माओं को हम दिव्य आत्मा कहते है, और वह आज भी हमारा मार्गदर्शन करती हंै। उक्त बातें श्री कमलापति पाण्डेय इन्टर कालेज में गुरुवार को आयोजित विद्यालय के संस्थापक श्री कमलापति पाण्डेय की 18वीं पुण्यतिथि पर प्रधानाचार्य डा0 शंकराचार्य तिवारी ने कही। उन्होने कहा कि पंडित जी आज विद्यालय के कण कण में विद्यमान हैं। विद्यालय के प्रबन्धक संजीव पाण्डेय ने कहा कि पंडित जी के कृत्यो पर चलना ही उनके प्रति हमारी सच्ची श्रद्धाजलि होगी। प्रवक्ता शिवशंकर निर्मल ने कहा कि पंडित जी द्वारा लगाये गये इस विद्यालय रुपी वृक्ष को सीचना ही हमारा व विद्यालय परिवार का कर्तव्य है। प्रवक्ता जितेन्द्र निलय ने विद्यालय को समाज का आईना बताया और कहा कि ऐसे महापुरूष जिन्होने इसकी स्थापना की है, को निरन्तर आगे बढ़ाना हम सबका परम कर्तव्य है। इस अवसर पर उपस्थित प्रशस्य जेम्स के डायरेक्टर संदीप पाण्डेय ने पंडित जी जीवनी पर प्रकाश डाला। इसके पुर्व विद्यालय प्रांगण में स्थापित पंडित जी की प्रतिमा पर विद्यालय परिवार द्वारा श्रद्धाजलि अर्पित की गयी। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य डा. शंकराचार्य तिवारी तथा संचालन शिवशंकर निर्मल ने किया। इस अवसर पर श्रीभुवन तिवारी, श्वेता पाण्डेय, गौरीशंकर यादव, यशवन्त राव, जितेन्द्र कुमार, सनाउल्लाह अंसारी,आदि रहे।