यज्ञ में भाग लेने वालों का अनिष्ट हो जाता है नष्टः कर्मयोगी
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जौनपुर।
यज्ञ में सभी देवी-देवता व साक्षात् प्रभु विराजमान रहते हैं। यज्ञ में
भाग लेने वालों का अनिष्ट नष्ट हो जाता है। यज्ञ मनुष्य का जीवन है और यज्ञ
में देने वाली आहुतियां समाज की भलाई के लिये होती हैं। समूचे राष्ट्र का
कल्याण हो, इसलिये सबको यज्ञ करना चाहिये। उक्त बातें श्रीराम जन्मभूमि
अयोध्या नगरी से पधारे बाबा कर्मयोगी परमहंस ने कलन्दरपुर जफराबाद घाट पर
लुटावन मुंशी के आश्रम पर जन कल्याण हेतु आयोजित 21 कुण्डीय एवं 11 दिवसीय
पितृ शान्ति महायज्ञ व प्रवचन को सम्बोधित करते हुये कही। उन्होंने आगे कहा
कि यज्ञ में शामिल लोग तो अपना जीवन धन्य बनाते हैं। साथ ही समाज का भी
भला अपनी पूजा व संकल्प से करते हैं, इसलिये आप सभी भगवान के कार्य में
साझेदार बनें। भगवान आपका कार्य स्वयं करेंगे। पितृ पक्ष का महत्व बताते
हुये उन्होंने कहा कि हम सबके पास जो भी है, वह पितरों का दिया हुआ है।
उसमें जो वृद्धि हो रही है, वह पितरों के आशीर्वाद से हो रही है। हर एक कुल
का एक पितृ-देव होता है जो प्रसन्न होने पर कुल की वृद्धि करता है तथा
नाराज होने पर नाश तक कर देता है। पितृ-पक्ष में पितर देवता पृथ्वी पर अपने
कुल के लोगों के पास अपना हव्य-कव्य लेने वर्ष में एक बार अपने पक्ष में
आते हैं और हमारेे कर्मानुसार तद्नुरूप आशीर्वाद अथवा श्राप देकर पितर लोक
वापस लौट जाते हैं। उन्होंने बताया कि उक्त महायज्ञ का शुभारम्भ बीते
बुधवार कलश यात्रा के साथ हुआ था जिसका समापन पूर्णाहुति व भण्डारे के साथ
17 सितम्बर दिन रविवार को होगा। इस अवसर पर ग्राम प्रधान मनोज मौर्या के
अलावा जामवन्त मौर्य, निखिल मौर्य, निधि मौर्य, अश्विन कुमार, दिनेश
प्रजापति, समर बहादुर सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।