आयुष चिकित्सक की नियुक्ति से दशकों से वीरान पड़े स्वास्थ्य केन्द्र में आयी रौनक
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जौनपुर।
सुइथाकला क्षेत्र के पट्टीनरेन्द्रपुर में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य
केन्द्र पिछले कई दशकों से शासन की उपेक्षा का दंश झेलता हुआ वीरान पड़ा था।
इस नवनिर्मित स्वास्थ्य केन्द्र पर चिकित्सक की नियुक्ति न होने से लोगों
में भारी निराशा थी। ऐसे में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सुइथाकला से
स्थानान्तरित होकर आये होम्योपैथिक चिकित्सक डा. रवीन्द्र चौरसिया के उक्त
केन्द्र पर कार्यभार ग्रहण करने की सूचना मिलते ही लोगों में हर्ष व्याप्त
हो गया। सुइथाकला पर 5 वर्षों से चिकित्सा कार्य के प्रति समर्पित रहने
वाले डा. चौरसिया की क्षेत्र में विशिष्ट पहचान रही है। पत्र-प्रतिनिधि से
हुई वार्ता के दौरान उन्होंने बताया के होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति बिना
किसी साइड इफेक्ट के सम्पूर्ण रोगों का उपचार कर सकती है। सम्प्रति इस
अस्पताल में प्रतिदिन औसतन 120 से 150 मरीजों का उपचार और उन्हें निशुल्क
दवाएं प्रदान की जा रही हैं। इस मौके पर अजीत शर्मा भी उपस्थित रहे।