स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही हुई उजागर, समय रहते इलाज होने पर बच सकती थी महिला की जान !
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खेतासराय (जौनपुर)। स्थानीय
रेलवे स्टेशन पर रविवार को ट्रेन की चपेट में आकर घायल महिला की इलाज के
अभाव में हुई मौत ने स्वास्थ्य विभाग पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया
है।चर्चा है कि सही समय पर महिला का प्राथमिक उपचार हुआ होता तो वह बच सकती
थी।इसमें प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सोंधी के चिकित्सकों को लापरवाही
मानी जा रही है।
रविवार को सुबह एक 75 वर्षीय महिला
खेतासराय रेलवे स्टेशन पर एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर जा रही
थी।रेलवे लाइन पार करते समय शाहगंज की तरफ से आ रही डाउन बाक्स मालगाड़ी को
महिला देख नहीं पायी।तभी वृद्ध महिला ट्रेन की चपेट में आकर घायल हो
गयी।ड्यूटी पर तैनात स्टेशन मास्टर आशीष कुमार सैनी ने 108 नम्बर पर काल
करके जानकारी दी।लगभग दस मिनट के अंदर 108 नम्बर की एम्बुलेंस स्टेशन पर
पहुंच गयी।रेल कर्मचारियों की मदद से साढ़े दस बजे के करीब एम्बुलेंस घायल
महिला को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सोंधी पहुंची।जहां डाक्टर नदारत
मिले।एम्बुलेंस चालक ने प्रभारी चिकित्साधिकारी को काल किया।कुछ देर
प्रतीक्षा करने पर जब डाक्टर अस्पताल नहीं पहुंचे तो वह घायल महिला को लेकर
शाहगंज रवाना हो गया।
एम्बुलेंस चालक घायल महिला को
लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शाहगंज पहुंचा।लेकिन तबतक काफी देर हो
चुकी थी।शाहगंज अस्पताल पहुंचने से पहले वह मर चुकी थी।जहां डाक्टरों ने
महिला को मृत घोषित कर दिया।
रविवार के दिन प्राथमिक
स्वास्थ्य केन्द्र सोंधी पर डाक्टरों के नदारद रहने का यह पहला मौका नहीं
है।रविवार के दिन यहां प्रायः डाक्टर अनुपस्थिति मिलते हैं।जिसका खामियाजा
दुर्घटना में घायल लोगों और मरीजों को भुगतना पड़ता है।इस बारे में प्रभारी
चिकित्साधिकारी डा.रोहित कुमार का कहना है कि घटना की सूचना मिलते ही मैं
तुरंत इमरजेंसी में पहुंचा।लेकिन मेरे पहुंचने से पहले पीएचसी से एम्बुलेंस
शाहगंज के लिए जा चुकी थी।