शाही पुल पे रखी गज सिह मूर्ती के रहस्यों से उठा पर्दा सामने आई नयी मूर्ती : एम् एम् मासूम
https://www.shirazehind.com/2018/03/blog-post_115.html
जौनपुर में शाही पुल पे रखी गज सिंह मूर्ती का रहस्य आज तक नहीं सुलझ पाया| इसके बारे में इतिहासकारों की मान्यताएं अलग अलग है और बहुत सी किंवदंतियाँ भी मशहूर है कोई कहता है की यह सिंह बोद्ध धर्म की विजय का प्रतीक था जो किसी बोद्ध महल या मठ के मुख्यद्वार पे लगा हुआ था इत्यादि|
काफी कड़ी मेहनत और जांच पड़ताल के बाद मैं इस गज सिंह मूर्ती के रहस्य को सुलझा लिया है और जल्द ही आपके सामने इसे पेश किया जायगा | हमारा जौनपुर डॉट कॉम के प्लेटफ़ॉर्म से मैंने समय समय पे जौनपुर के ऐतिहासिक रहस्यं को सुलझाया है जैसे किले के बहार खम्बों का रहस्य , किले में मौजूद क़ब्रों का रहस्य ,बाबा बारी नाथ के मंदिर के रहस्य इत्यादि एक बड़ी लिस्ट है |
मशहूर है की गज सिंह मूर्ती के सिंह की शक्ल अंग्रेजों ने बदल दी थी लेकी यह अस्ल में कैसी थी यह एक बड़ा रहस्य था और बड़ी बड़ी अटकलें लगाई जा रही थी |
आज इस रहस्य से पर्दा उठा रहा हूँ और इसकी अस्ल शक्ल आप सभी के सामने है बस इस शक्ल में नीचे का जबड़ा गायब है जिसे आप इसके टूटे हुए स्थान से समझ सकते हैं की कितना विशाल इसका जबड़ा रहा होगा |
जल्द ही पूरी मूर्ती अपने अस्ल शक्ल में इसके इतिहास के साथ आपके सामने होगी | यह हमारा जौनपुर डॉट कॉम की एक बड़ी उपलब्धि है जो इस तरफ इशारा करती है की जौनपुर के इतिहास पे लोगों ने बहुत अधिक काम नहीं किया है इसलिए शार्की और मुगल तक ही लोगों का ज्ञान सिमट के रह गया है जबकि जौनपुर शहर की सभ्यता बोद्ध पूर्व का इतिहास भी अपने आप में समेटे हुए है और यदि जगह जगह खुदाई की जाय तो एक नया इतिहास उभर के सामने आयगा |
एस एम् मासूम
संचालक
www.hamarajaunpur.com
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आज इस रहस्य से पर्दा उठा रहा हूँ और इसकी अस्ल शक्ल आप सभी के सामने है बस इस शक्ल में नीचे का जबड़ा गायब है जिसे आप इसके टूटे हुए स्थान से समझ सकते हैं की कितना विशाल इसका जबड़ा रहा होगा |
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