दो सगे भाइयों की मौत से इलाके में पसरा मातम
https://www.shirazehind.com/2018/03/blog-post_288.html
जौनपुर। जौनपुर-रायबरेली राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रतापगंज बाजार में
शुक्रवार की रात हुई सड़क दुर्घटना में दो सगे भाइयों की मौत से हंसती-खेलती
दुनिया उजाड़ दी। हादसे के बाद से ही पूरे बढ़ौना गांव का माहौल मातमी हो
गया है। शनिवार की देर शाम इंद्र प्रताप के दोनों बेटों की अर्थियां एक साथ
उठीं तो कोहराम मच गया। परिजनों के करुण क्रंदन ने हर शख्स का कलेजा चीर
दिया।
शनिवार की सुबह से ही गांव का माहौल मातम था। हर शख्स का चेहरा उदास था। शुक्रवार की देर रात इंद्र प्रताप के घर की खुशियों पर तब वज्रपात हुआ जब पता चला कि प्रतापगंज के पास हुए सड़क हादसे के शिकार हुए उसके दो बेटे अब इस दुनिया में नहीं रहे। शाम को अंत्य परीक्षण के बाद दोनों भाइयों का शव जब दरवाजे पर पहुंचा तो परिजनों के चीख धाड़ें मारकर रोने-बिलखने से मजबूत कलेजे के लोग भी आंखों के आंसू रोक नहीं सके। हर किसी का कलेजा मुंह को आ गया। रामघाट पर जब इंद्र प्रताप ने दोनों जवान बेटों को मुखाग्नि दी तो लोगों का कलेजा चाक हो गया। हर किसी के जुबान पर बस ही बात थी कि किसके सहारे उनकी पत्िनयां बाकी पहाड़ सरीखी ¨जदगी काटेंगी। कैसे बच्चों का पालन-पोषण कर उनका भविष्य संवारेंगी।
शनिवार की सुबह से ही गांव का माहौल मातम था। हर शख्स का चेहरा उदास था। शुक्रवार की देर रात इंद्र प्रताप के घर की खुशियों पर तब वज्रपात हुआ जब पता चला कि प्रतापगंज के पास हुए सड़क हादसे के शिकार हुए उसके दो बेटे अब इस दुनिया में नहीं रहे। शाम को अंत्य परीक्षण के बाद दोनों भाइयों का शव जब दरवाजे पर पहुंचा तो परिजनों के चीख धाड़ें मारकर रोने-बिलखने से मजबूत कलेजे के लोग भी आंखों के आंसू रोक नहीं सके। हर किसी का कलेजा मुंह को आ गया। रामघाट पर जब इंद्र प्रताप ने दोनों जवान बेटों को मुखाग्नि दी तो लोगों का कलेजा चाक हो गया। हर किसी के जुबान पर बस ही बात थी कि किसके सहारे उनकी पत्िनयां बाकी पहाड़ सरीखी ¨जदगी काटेंगी। कैसे बच्चों का पालन-पोषण कर उनका भविष्य संवारेंगी।