आजीविका के लिए शिक्षा मित्रों ने दिया धरना
https://www.shirazehind.com/2018/05/blog-post_770.html
जौनपुर। शिक्षा मित्र वेलफेयर एशोसिएशन की जिला इकाई ने पांच सूत्रीय मांगों को मंगलवार को जिला मुख्यालय पर धरना दिया तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौपा। सभा को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष राजेश कुमार यादव ने कहा कि प्रदेश के प्राथमिक विद्यालय में एक लाख 70 हजार शिक्षामित्र 17 वर्षो से कार्यरत थे। जिसमें एक लाख 37 हजार शिक्षा मित्रों को सहायक अध्यापक पद पर प्राथमिक विद्यालय में समायोजित कर दिया गया था। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से वे पूरी तरह से बेरोजगार तथा उनके परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो गया है। इन विषम परिस्थिति में मानसिक प्रताड़ना झेल रहे 600 से ज्यादा शिक्षा मित्रों की हार्ट अटैक से मौत हो चुकी है। इस मामले में मुख्यमंत्री शिक्षा मित्रों के हित में निर्णय ले। इस बारे में 29 सांसदों ने शिक्षा मित्रों के मांगों के समर्थन में पत्र लिखकर मुख्यमंत्री को अवगत कराया है। उन्होने मांग किया कि शिक्षा मित्रों के लिए संशोधित आदेश लाकर फिर से सहायक अध्यापक पद पर बहाल किया जाय। समान वेतन समान कार्य के लिए लागू किया जाय। शिक्षामित्रों के परिवारों की आजीविका देखते हुए ठोस कदम उठाया जाय। सुनील प्रजापति, शैलेन्द्र सिंह, संदीप यादव, सुभाष यादव, प्रदीप यादव, अश्वनी पाल, नीलम, मीनू मिश्रा, सावित्री देवी आदि ने अपने विचार व्यक्त किया।