भगवान जगन्नाथ हुए विमार, 15 दिनों तक नहीं खुलेगा मंदिर का कपाट
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जौनपुर। ज्येष्ठ पूर्णिमा पर रथयात्रा महोत्सव के पूर्व रासमंडल स्थित
जगन्नाथ मंदिर में भीषण गर्मी व तपिश से निजात दिलाने के लिए श्रद्धालुओं
द्वारा प्रभु को स्थान कराया जाता है। जिससे वे अस्वस्थ्य हो जाते हैं व 15
दिनों के लिए भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा व बलभद्र को स्वास्थ्य लाभ लेने
के कारण मंदिर के कपाट बंद रहेंगे। जिससे आम भक्तों को उनका दर्शन नहीं हो
पाएगा। पुजारी पंडित दिनेश चंद्र द्विवेदी ने इसकी घोषणा की।
उन्होंने कहा कि प्रभु के सेहत में सुधार हेतु उन्हें गर्भगृह में दैनिक आरती पूजन के उपरांत तुलसी, अदरक, लौंग, काली मिर्च सहित अन्य चीजों को मिश्रित कर काढ़ा तैयार कर भगवान को चढ़ाए जाने के उपरांत भक्तों में प्रसाद स्वरूप वितरण किया जा रहा है। यह प्रकिया निरंतर पंद्रह दिनों तक रहेगी।
पंद्रह दिनों के उपरांत चिकित्सकों की सलाह पर आषाढ़ माह में शुक्ल पक्ष की द्वितीया पर भगवान जगन्नाथ बहन सुभद्रा, बड़े भाई बलभद्र को विशाल रथ पर सवार कर नगर में भ्रमण पर निकल जाएंगे। जिसे रथयात्रा के नाम से जाना जाता है। रथयात्रा महोत्सव समिति के अध्यक्ष शशांक सिंह रानू, महामंत्री शिवशंकर साहू, डा.रजनीकांत द्विवेदी ने कहा कि रथयात्रा की तैयारी के लिए जिला प्रशासन से सुरक्षा, यातायात, सफाई व्यवस्था के लिए अवगत करा दिया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रभु के सेहत में सुधार हेतु उन्हें गर्भगृह में दैनिक आरती पूजन के उपरांत तुलसी, अदरक, लौंग, काली मिर्च सहित अन्य चीजों को मिश्रित कर काढ़ा तैयार कर भगवान को चढ़ाए जाने के उपरांत भक्तों में प्रसाद स्वरूप वितरण किया जा रहा है। यह प्रकिया निरंतर पंद्रह दिनों तक रहेगी।
पंद्रह दिनों के उपरांत चिकित्सकों की सलाह पर आषाढ़ माह में शुक्ल पक्ष की द्वितीया पर भगवान जगन्नाथ बहन सुभद्रा, बड़े भाई बलभद्र को विशाल रथ पर सवार कर नगर में भ्रमण पर निकल जाएंगे। जिसे रथयात्रा के नाम से जाना जाता है। रथयात्रा महोत्सव समिति के अध्यक्ष शशांक सिंह रानू, महामंत्री शिवशंकर साहू, डा.रजनीकांत द्विवेदी ने कहा कि रथयात्रा की तैयारी के लिए जिला प्रशासन से सुरक्षा, यातायात, सफाई व्यवस्था के लिए अवगत करा दिया गया है।