नकली टोमैटो सांस का इस्तेमाल दुकानों पर
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जौनपुर। शहर के रेस्टोरेण्ट, किसी भी चौराहे, बाजार या गली मुहल्ले में पहुंच जाइए वहां स्ट्रीट फूड के रूप में चाऊमीन, बर्गर, पेटीज और आमलेट के ठेले दिखाई दे जाते हैं। इनमें से अधिकांश पर ग्राहकों को दी जाने वाली टमाटर की सॉस नकली होती है। जो अरारोट, मैदा, साइट्रिक एसिड और रंगों से बनाई जाती है। यह खाने में भले सॉस जैसी लगती हो, लेकिन स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदायक है। नियमित सेवन या अधिक मात्रा में खाने से पाचन क्रिया खराब हो जाती है। लीवर और किडनी प्रभावित होती है। चिकित्सक कहते है कि आगे चलकर कैंसर जैसा रोग भी हो सकता है। ग्राहक तो इन चीजों से अंजान होते हैं, लेकिन ठेले वाले और सॉस बनाने वाले अपना कमाई के चक्कर में जानबूझकर धीमा जहर परोस रहे हैं। चिता की बात ये है कि खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन में अधिकारियों की भरमार के बाद भी यह अवैध कारोबार बेरोकटोक चल रहा है। जिले में कई स्थानों पर नकली सांस बनाया जा रहा हे अथवा दुकानों पर विभिन्न ब्राण्डों के नकली सांस बेचे जा रहे है लेकिन इसके बाद भी विभाग नकली सॉस के नमूने नहीं लिये जा रहे है।