फिसड्डी निकले डीआईओएस विभाग के बाबू , डीएम ने रोका वेतन
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आज दिन में करीब एक बजे डीएम अरविन्द मल्लपा बंगारी पूरे लाव लश्कर के साथ जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय धमक पड़े। कार्यालय में चारो तरफ फैली गंदगी को देखते ही उनका मूड उखड़ गया। उसके बाद उन्होने मानक के विहिन बोर्ड परीक्षा का सेन्टर बनाये जाने वाले नेपाल इण्टर कालेज की फाइल मांगी। बाबू ने कहा अभी फाइन नही मिल पायेगी। बाबू का जवाब सुनते ही डीएम का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया। उन्होने कहा यह कैसे हो सकता है अभी फाइल नही मिल पायेगी। उन्होने कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि इस विद्यालय के पहली जांच में एक भी कमरा नही पाया गया दूसरी जांच में 15 कमरे बना पाया गया। इसमें में कोई राज है। उसके बाद डीएम ने जिले भर में तैनात शिक्षको की संख्या मांगा तो वह भी बाबुओ ने नही दिया। जिस पर कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि तुम लोगो पर मैन्टोस खाओ दिमांग की बत्ती जलाओ वाला विज्ञापन सटिक बैठता है। उन्होने यह तक कह डाला कि लगता है तुम लोगो को हिन्दी भाषा समझ में नही आती मुझे कन्नड़ भाषा में बात करना पड़ेगा।
डीएम ने जिले में मान्यता प्राप्त, गैर मान्यता प्राप्त स्कूलो की सूचि , टीचरो और छात्रो की सख्या, स्कूलो की मान्यता की गाइड लाइन, और कितने स्कूल इस मानक को पूरा करते समेत अन्य जानकारियां तीन दिन के भीतर उपलब्ध कराने का आदेश देते हुए अगले आदेश तक सभी का वेतन रोकने का आदेश दिया।