बेलाव दोहरा हत्याकांड का गवाह मुकरा
https://www.shirazehind.com/2018/07/blog-post_549.html
जौनपुर। केराकत के बेलांव दोहरे हत्याकांड में अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम कोर्ट में गवाह रमेश चंद्र निवासी निवासी किरतापुर पुलिस व सीबीसीआईडी को दिए बयान से मुकर गया। वह घटना के समय जफराबाद
विधानसभा का बसपा प्रत्याशी था। उसने कोर्ट में कहा कि सीबीसीआईडी व पुलिस
को कभी बयान नहीं दिया। घटना के 15 दिन पूर्व डाक बंगले में मृतक संजय व
पूर्व सांसद धनंजय की मुलाकात व बातचीत होने की बात से इंकार कर दिया।
आशुतोष, पुनीत व सुनीत को जानने,पहचानने से इंकार कर दिया। कोर्ट ने अगली
सुनवाई के लिए 10 अगस्त तिथि नियत की है।
विदित हो कि 1 अप्रैल 2010 को सुबह बेलाव घाट पुल पर टोल टैक्स को लेकर विवाद हुआ। मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने नंदलाल निषाद व संजय निषाद की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस विवेचना में आरोपी धनंजय सिंह व आशुतोष सिंह का नाम हत्या के लिए उकसाने में एवं पुनीत सिंह व सुनीत सिंह का नाम हत्याकांड को अंजाम देने में प्रकाश में आया। चार्जशीट के बाद मामला गवाही में चल रहा है। कई चश्मदीद साक्षी पूर्व बयान से मुकरते हुए पक्षद्रोही घोषित किए जा चुके हैं।
विदित हो कि 1 अप्रैल 2010 को सुबह बेलाव घाट पुल पर टोल टैक्स को लेकर विवाद हुआ। मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने नंदलाल निषाद व संजय निषाद की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस विवेचना में आरोपी धनंजय सिंह व आशुतोष सिंह का नाम हत्या के लिए उकसाने में एवं पुनीत सिंह व सुनीत सिंह का नाम हत्याकांड को अंजाम देने में प्रकाश में आया। चार्जशीट के बाद मामला गवाही में चल रहा है। कई चश्मदीद साक्षी पूर्व बयान से मुकरते हुए पक्षद्रोही घोषित किए जा चुके हैं।

