जानिये इस वीआईपी कालोनी की अर्स से फर्स पर पहुंचने की कहानी
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मैं समय हूं मेरा जन्म सृष्टि के निमार्ण के साथ हुआ था । मै पिछले युगो में था इस युग में हूं और आने वाले सभी युगो में भी रहूंगा। अनंतकाल से पृथ्वी पर राज करने की लड़ाई जारी है। अब तक हुई सारी घटनाओ का साक्षी रहा ] क्यो कि मैं समय हूं। लोगो ने जीतकर राज करना सिख लिया लेकिन वे समय के साथ बदलना नही सिखा ै। जिसके कारण वे मुझसे पीछे चले गये। प्रसिध्द टीवी सिरियल शो महाभारत की यह कहानी नगर के राजकीय कालोनी हुसेनाबाद (न्यू कालोनी ) पर सटिक बैठती है। इस कालोनी ने कभी एक साथ पांच विधायक बनते देखा,कभी दो सांसदो का दिल्ली जाने का गवाह बना, कभी मंत्री और राज्यपाल की कालोनी कहलाने का गौरव प्राप्त किया। कांग्रेस के जमाने में इस कालोनी की शान बेमिशाल थी। लेकिन बदलते समय के साथ सभी पूर्व होते गये आज इस वीआईपी कालोनी की हालत मलिन बस्ती से बदत्तर हो गयी।
कलेक्टेªट दफ्तर से सटा राजकीय कालोनी हुसेनाबाद के निवासी पूर्व सांसद स्वर्गीय कमला प्रसाद सिंह कांग्रेस के दो बार विधायक रहे एक बार सांसद चुने गये। इसी कालोनी में रहने वाले माता प्रसाद कांग्रेस के टिकट पर शाहगंज विधानसभा से चार बार विधायक चुने गये ,एक बार कैबिनेट मंत्री और अरूणाचंल प्रदेश के राज्यपाल बने। माता प्रसाद के तीन मकान पहले राजकेशर सिंह दो बार भाजपा के सांसद चुने गये। कालोनी के पूरब दिशा में पूर्व विधायक तेजबहादुर सिंह का मकान है। तेजबहादुर सिंह भी कांग्रेसी थे। जब ये लोग सत्ता में थे तो इस कालोनी की धमक लखनऊ से लेकर दिल्ली तक रहती थी। कालोनी की सड़के चमकती थी वीआईपी वाहने हुटर बजाते हुए निकलती थी। सरकारी आवासो में पीसीएस, लोवर पीसीएस के अधिकारी रहते थे। लेकिन बदलते समय के साथ इस कालोनी में रहने वाले नेता पूर्व होते गये। इधर सरकारी इमारते जरर्जर होने के कारण अफसरो के लिए नया ठीकाना बन गया। अधिकारी इस कालोनी को छोड़कर नये आवास में चले गये। अब इस जरर्जर आवासो में तृतीय श्रेणी के कर्मचारी रहते है। आम लोगो का कालोनी बनने के बाद शासन प्रशासन इस तरफ ध्यान नही दे रहा है जिसके चलते जिस कालोनी में वीआईपी वाहनो का काफिला चलता था आज वहां पर आवारा पशु और सुअर टहल रहे है। नालियों का पानी सड़क पर बजबजा रही है। दुर्गन्ध के चलते इस कालोनी में रहना तो दूर गुजरना भी मुहाल हो गया है।
शासन प्रशासन की उदासीनता जहां इस कालोनी की वीआईपी होने दर्जा छिन लिया है वही प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छ भारत अभियान को खोखला बना रहा है।
कलेक्टेªट दफ्तर से सटा राजकीय कालोनी हुसेनाबाद के निवासी पूर्व सांसद स्वर्गीय कमला प्रसाद सिंह कांग्रेस के दो बार विधायक रहे एक बार सांसद चुने गये। इसी कालोनी में रहने वाले माता प्रसाद कांग्रेस के टिकट पर शाहगंज विधानसभा से चार बार विधायक चुने गये ,एक बार कैबिनेट मंत्री और अरूणाचंल प्रदेश के राज्यपाल बने। माता प्रसाद के तीन मकान पहले राजकेशर सिंह दो बार भाजपा के सांसद चुने गये। कालोनी के पूरब दिशा में पूर्व विधायक तेजबहादुर सिंह का मकान है। तेजबहादुर सिंह भी कांग्रेसी थे। जब ये लोग सत्ता में थे तो इस कालोनी की धमक लखनऊ से लेकर दिल्ली तक रहती थी। कालोनी की सड़के चमकती थी वीआईपी वाहने हुटर बजाते हुए निकलती थी। सरकारी आवासो में पीसीएस, लोवर पीसीएस के अधिकारी रहते थे। लेकिन बदलते समय के साथ इस कालोनी में रहने वाले नेता पूर्व होते गये। इधर सरकारी इमारते जरर्जर होने के कारण अफसरो के लिए नया ठीकाना बन गया। अधिकारी इस कालोनी को छोड़कर नये आवास में चले गये। अब इस जरर्जर आवासो में तृतीय श्रेणी के कर्मचारी रहते है। आम लोगो का कालोनी बनने के बाद शासन प्रशासन इस तरफ ध्यान नही दे रहा है जिसके चलते जिस कालोनी में वीआईपी वाहनो का काफिला चलता था आज वहां पर आवारा पशु और सुअर टहल रहे है। नालियों का पानी सड़क पर बजबजा रही है। दुर्गन्ध के चलते इस कालोनी में रहना तो दूर गुजरना भी मुहाल हो गया है।
शासन प्रशासन की उदासीनता जहां इस कालोनी की वीआईपी होने दर्जा छिन लिया है वही प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छ भारत अभियान को खोखला बना रहा है।