शिक्षा में कानून सम्बन्धित ज्ञान हो अनिवार्य रूप से लागू : विकास तिवारी
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जौनपुर। मुफ्तीगंज विकास खण्ड के भोगीपट्टी ग्राम
सभा निवासी-विकास तिवारी ने समाज में बढ़ते हुए अपराध व आपराधिक घटनाओं पर
नियंत्रण के लिए एक अनोखी पहल की शुरूवात की है । दिनांक 15 अगस्त 2018 को
अपने ग्राम सभा के प्राथमिक विद्यालय प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम के
माध्यम से प्राइमरी विद्यालय में पढने वाले बच्चो को कार्टून के माध्यम से
कानून की शिक्षा देने के अभियान की शुरूवात की तथा विद्यालय के शिक्षक
हरिओम सहाय, शिक्षक अजय राय, शिक्षक पुष्पा यादव, शिक्षक ममता पाठक से
बच्चो को कार्टून के माध्यम से कानून का ज्ञान देने की अपील भी किया साथ ही
कानून की शिक्षा देने में सहयोग के लिए स्वनिर्मित एक किताब का माडल भी
दिये,विद्यालय प्रागंण में उपस्थित अभिभावको व आम जन को सम्बोधित करते हुए
विकास तिवारी ने कहा की भारत देश में अब तक लगभग दस हजार से अधिक कानून बन
चुके है जिनमें से लगभग चार हजार कानून ही उपयोग में लाये जा रहे है ।
लेकिन जब भी कोई आपराधिक घटना घटती है तो घटना के विरोध में समाज द्वारा
आवाज उठती है कि कठोर कानून बने और इस कठोर कानून की मॉग पर सरकार द्वारा
समाज को एक नया कानून बनाकर दे दिया जाता है । लेकिन देखा जा रहा है कि
सिर्फ कानून बना देने से आपराधिक घटनाओं पर अंकुश नही लग रहा है और न ही
अंकुश लगने की उम्मीद दिख रही है।अपराध और आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने
का एक मात्र उपाय है समाज को 'कानून के विषय की जानकारी' दी जाय, कानून और
कानून के ज्ञान से सम्बन्धित जनजागरण हमारे देश एंव समाज के लिए नितांत
आवश्यक हो गया है । शिक्षा के माघ्यम से कानून के संदर्भ में जागरूकता लाना
अपने आप में एक सराहनीय कदम हो सकता है ।जिस तरह से शिक्षा एक संविधान
प्रदत्त मौलिक अधिकार है । ठीक उसी तरह शिक्षा में कानून सम्बन्धित ज्ञान
शिक्षा का अभिन्न एंव व्यक्ति का एक मौलिक अधिकार होना चाहिए । आदर्श
नागरिकता, कर्तव्यपरायणता, समाज के प्रति संवेदनशीलता ,प्रकृति एंव जीव
जन्तुओं के प्रति उदारता के साथ कर्तव्य और अधिकार के प्रति सजगता एक आदर्श
नागरिक की पहचान है ।ऐसे में देखा जाय तो यह कानून के ज्ञान के बिना सम्भव
नही है ।कानून का ज्ञान होना सामाजिक नियंत्रण की दिशा में एक कारगार कदम
है और आज आवश्यकता है की कानून के ज्ञान सम्बन्धित प्रयासो को आगे बढाने के
लिए मिलकर कदम उठाया जाय । इसलिए सरकार द्वारा 'कानून के विषय की जानकारी'
नामक इस मौलिक चिन्तन को संवैधानिक ढ़ाचे में रखने का प्रयास होना चाहिए ।
ज्ञान विवेक की जननी है, विवेक अच्छे आचरण को जन्म देता है, अच्छा आचरण
अच्छे चरित्र का निर्माता है, अच्छा चरित्र एक व्यक्ति को अच्छा नागरिक
बनाता है तभी एक अच्छे समाज का गठन होता है ऐसे में कानून का ज्ञान ही एक
अच्छा नागरिक बनने में सहायक हो सकता है । कार्यक्रम के अन्त में विकास
तिवारी ने कानून के ज्ञान से सम्बन्धित जनजागरण अभियान का सहयोग करने के
लिए उपस्थित जन से अपील किया । कार्यक्रम में प्रमुख रूप से अभयराज
प्रजापति प्रधान, विनोद मिश्र पूर्व प्रधान, चन्द्रबली यादव पूर्व प्रधान,
साहब लाल पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य, सुर्यनाथ, अनील प्रजापति, विकास
प्रजापति, रेश्मा प्रजापति ,धीरज सेठ,धीरज विश्वकर्मा,अनील यादव आदि
उपस्थित रहें ।