एण्टी रैगिंग विषय पर सेमीनार का हुआ आयोजन
https://www.shirazehind.com/2018/08/blog-post_97.html
जौनपुर। अजय त्यागी जिला जज/अध्यक्ष जिला
विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के
तत्वावधान में तिलकधारी विधि महाविद्यालय पीलीकोठी जौनपुर में ‘‘एण्टी
रैगिंग‘‘ विषय पर सेमीनार/विधिक साक्षरता कार्यक्रम का आयोजन मुख्य अतिथि
लोकेश वरूण सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जौनपुर एवं डा0 प्रकाश सिंह की
अध्यक्षता में किया गया। इस अवसर पर डा0 विनोद कुमार सिंह प्राचार्य,
तिलकधारी महाविद्यालय एवं सूर्य प्रकाश सिंह प्राचार्य, तिलकधारी विधि
महाविद्यालय मंचासीन रहे। विधि महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डा0 तेज
बहादुर सिंह ने कहा कि रैगिंग यूरोपीय देशों की उपज है जो नवीन छात्रों का
पूर्व छात्रों से परिचय एवं मेल मिलाप का माध्यम था। कालान्तर में रैगिंग
का स्वरूप विकृत होता गया। उन्होंने बताया कि उ0प्र0 शैक्षणिक संस्थाओं में
रैगिंग का प्रतिषेध अधिनियम वर्ष 2010 में रैगिंग के दुश्कृत्य के लिये 02
वर्ष तक का कारावास एवं रू0 10,000=00 अर्थदण्ड या दोनों का प्रावधान
हैं। महाविद्यालय के प्राचार्य डा0 विनोद कुमार सिंह ने कहा कि रैगिंग से
शैक्षणिक परिसर का वातावरण प्रदूषित होता हैं जिसका परिणाम छात्रों के
शारीरिक एवं मानसिक संत्रास के रूप में सामने आता है। विधि महाविद्यालय के
प्राचार्य प्रो0 सूर्य प्रकाश सिंह ने कहा कि पूर्व में रैगिंग का उद्देश्य
नवागन्तुक छात्रों में पारिवारिक एवं सांस्कृतिक समझ विकसित करना था, वही
कालान्तर में रेगिंग का स्वरूप मानवीय मूल्यों के विपरीत होता गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए कहा कि रैगिंग भारतीय दण्ड
संहिता एवं यू0जी0सी0 के रैगिंग से सम्बन्धित विनियमों से असंगत एक गम्भीर
अपराध है। सलमान शेख एण्ड ग्रुप द्वारा रैगिंग पर मनमोहक नाटक प्रस्तुत
किया गया। कार्यक्रम में प्रोजेक्टर के माध्यम से यू0जी0सी0 की
डाक्यूमेन्ट्री दिखाकर छात्रों को जागरूक किया गया। इस अवसर पर वृक्षारोपड़
भी किया गया। डा0 पी0सी0 विश्वकर्मा द्वारा रैगिंग पर विस्तार से जानकारी
प्रदान की गयी। इस अवसर पर प्रवीण सिंह सोलंकी एडवोकेट द्वारा रैगिंग पर
यू0जी0सी0 के निर्देश एवं कानून की जानकारी दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता
कर रहे डा0 श्रीप्रकाश सिंह सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस
महाविद्यालय में रैगिंग की प्रथा कभी नहीं रही है, यदि देश में लोकतन्त्र
एवं सविधान सुरक्षित है तो इसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी हमारी न्यायिक प्रणाली
को जाती है। वरिष्ठ प्राध्यापक डा0 राजेश कुमार सिंह ने कहा कि रैगिंग एक
प्राचीन शब्द है। यदि कोई कानून बनाया जाता है तो वह सभ्य समाज की स्थापना
के लिये है। कार्यक्रम का सफल संचालन एण्टी रैगिंग सेल के सदस्य डा0
सत्येन्द्र कुमार ने किया।

