चिकित्सालय के गेट पर महिला को हुआ बच्चा
https://www.shirazehind.com/2018/10/blog-post_750.html
जौनपुर। स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सोमवार को हैरत करने
वाली घटना हुई। हाइवे किनारे अस्पताल की गेट पर एक पति ने अपनी गर्भवती
पत्नी को छोड़कर सास को लाने सुसराल चला गया। इधर प्रसव पीड़ा होने पर उसकी
पत्नी जमीन पर गिरकर तड़पने लगी। जिसे देख अस्पताल प्रशासन के हाथ-पांव फूल
गए। आनन-फानन में वहीं चादर आदि की व्यवस्था कराते हुए प्रसव कराया गया।
इसके बाद जच्चा-बच्चा को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां वे स्वस्थ बताए
जा रहे हैं। उधर सास के साथ अस्पताल पहुंचे पति ने वहां का नजारा देखा तो
उसे अपनी गलती का एहसास हुआ।
बदलापुर क्षेत्र के मुरादपुर कोटिला गांव निवासी रीता खरवार गर्भवती थी। पति वीरेंद्र खरवार उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराने के लिए सुबह लिवाकर पहुंचा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार वह गर्भवती पत्नी को अस्पताल की गेट पर ही छोड़कर अपनी सास को बुलाने के लिए ससुराल नकहरा खानदेव चला गया। इधर प्रसव पीड़ा तेज होने के कारण रीता वहीं गिरकर तड़पने लगी। इसी दौरान एक महिला की नजर उस उस पर पड़ी और वह मामला समझ कर दौड़ते हुए अस्पताल के अंदर गई और एएनएम सरिता ¨सह को बुलाकर लाई। जिसने अस्पताल से आदर आदि लाकर वहीं नार्मल डिलीवरी कराई। इसके बाद उसे अस्पताल कर्मियों ने भर्ती कराया। उधर उसका पति अपनी ससुराल से सास को लिवाकर अस्पताल पहुंचा तो उसे पूरे घटना क्रम की जानकारी हुई और अपनी गलती पर पछतावा हुआ।
बदलापुर क्षेत्र के मुरादपुर कोटिला गांव निवासी रीता खरवार गर्भवती थी। पति वीरेंद्र खरवार उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराने के लिए सुबह लिवाकर पहुंचा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार वह गर्भवती पत्नी को अस्पताल की गेट पर ही छोड़कर अपनी सास को बुलाने के लिए ससुराल नकहरा खानदेव चला गया। इधर प्रसव पीड़ा तेज होने के कारण रीता वहीं गिरकर तड़पने लगी। इसी दौरान एक महिला की नजर उस उस पर पड़ी और वह मामला समझ कर दौड़ते हुए अस्पताल के अंदर गई और एएनएम सरिता ¨सह को बुलाकर लाई। जिसने अस्पताल से आदर आदि लाकर वहीं नार्मल डिलीवरी कराई। इसके बाद उसे अस्पताल कर्मियों ने भर्ती कराया। उधर उसका पति अपनी ससुराल से सास को लिवाकर अस्पताल पहुंचा तो उसे पूरे घटना क्रम की जानकारी हुई और अपनी गलती पर पछतावा हुआ।