पूरे देश में लागू हो एक समान शिक्षा व्यवस्था: रमेश यादव
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जौनपुर।
समान शिक्षा अभियान, स्कोर, आक्सफेम, लोकमित्र के बैनर तले सबको शिक्षा एक
समान का जिलास्तरीय विचार संगोष्ठी का आयोजन गिरधारी शिक्षण संस्थान
जौनपुर में आयोजित किया गया। संगोष्ठी के बतौर मुख्य अतिथि मुरलीधर निषाद
ने कहा कि इस देश में उंच नीच, जात पात का खत्म करके एक तरह की शिक्षा
व्यवस्था पूरे देश में लागू होना चाहिए। देश आजादी से आज तक दोहरी शिक्षा
नीति के तहत शिक्षा व्यवस्था की गई है जिससे समाज में शिक्षा को लेकर बहुत
विरोधाभास है। मनुष्य को जब तक एक तरह की शिक्षा नहीं दी जाएगी, तब तक जाति
पात और भेदभाव नहीं खत्म होगा। गरीब का बेटा उच्च शिक्षा से वंचित रहेगा।
माननीय उच्च न्यायालय का जिक्र करते हुए कहा कि 18 अगस्त सन् 2016 में आदेश
हुआ कि सरकारी कर्मचारी के बच्चे भी सरकारी स्कूलों में पढ़ेंगे। यदि नहीं
पढ़ेंगे तो प्राइवेट विद्यालयों में लगने वाली फीस सरकारी खजाने में जमा
करनी होगी लेकिन राज्य सरकार के तानाशाही रवैये के कारण आज तक क्रियान्वयन
नहीं हो सका, जो चिंता का विषय है। उमाशंकर पाल व अरविंद यादव ने कहा कि इस
देश में एक तरह की शिक्षा प्रणाली लागू कर आपसी भाईचारा के साथ साथ
विभिन्न वर्गों में बंट रहे लोगों को बचाना चाहिए। शिक्षा अधिकार अधिनियम
का जिक्र करते हुए कहा कि प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को समय
से पुस्तक, ड्रेस, कापी किताब न मिल पाना भी चिंता का विषय है। राज्य सरकार
शिक्षा के प्रति जितना गंभीर होना चाहिए, गंभीर नहीं है। लोगों ने एक स्वर
से मांग किया कि शिक्षा अधिकार कानून 2009 का दायरा बढ़ाकर प्री प्राइमरी
से इंटर तक किया जाए। शिक्षा का निजीकरण बंदकर मानक के अनुसार शिक्षक की
व्यवस्था की जाए। स्कूल में पीने का पानी, साफ सफाई, शौचालय की व्यवस्था हर
बच्चों का अधिकार है। शिक्षा पीजी डीपी का छ: प्रतिशत किया जाए। कार्यक्रम
के संयोजक रमेश यादव ने कहा कि जौनपुर जनपद में समान शिक्षा अधिकार अभियान
को लेकर जागरूकता रैली, कैंडिल मार्च, वाद विवाद प्रतियोगिता, हस्ताक्षर
अभियान आदि किया जाना प्रस्तावित है। जिसके माध्यम से जनमानस को एक समान
शिक्षा को लेकर वातावरण सृजन किया जाएगा। उन्होंने अपील किया कि आम जनता इस
अभियान से जुड़कर एक देश एक शिक्षा प्रणाली के लिए अपना सहयोग प्रदान
करें। इस संगोष्ठी में लल्लन, उमाशंकर, रमेश, जगदम्बा प्रसाद, रेनू, शशिकला
आदि लोगों ने अपना अपना विचार रखा। कार्यक्रम का संचालन एवं सभी के प्रति
धन्यवाद ज्ञापन सत्येन्द्र कुमार ने किया।