कुश्ती से शरीर स्वस्थ व मस्तिष्क रहता है दुरूस्तः दिनेश यादव
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जौनपुर।
कुश्ती एक ऐसा खेल है जिसकी शुरूआत अनादि काल से हुई है। इस खेल से जहां
शरीर स्वस्थ बनता है, वहीं मन मस्तिष्क में विकास का संचार होता है। मिट्टी
से जुड़ी यह खेल आज आधुनिक भी हो गयी है। इसकी मान्यता गांव की मिट्टी से
लेकर ओलम्पिक तक के पटल पर पहुंच गयी है। उक्त बातें धर्मापुर क्षेत्र के
उत्तरगांवा गांव में आयोजित कुश्ती दंगल प्रतियोगिता में अखिल भारतीय यादव
महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश यादव ने बतौर अतिथि कही। उन्होंने दो
पहलवानों से हाथ मिलवाकर प्रतियोगिता शुभारम्भ कराया जिसके बाद आजाद
धर्मापुर-सूरज गोरखपुर, नीरज धर्मापुर-सौरभ गोरखपुर, राकेश धर्मापुर-प्रदीप
कोनिया, सिकन्दर धर्मापुर-रामजनम वाराणसी, रामसिंह गोरखपुर-मुलायम केराकत,
जयवीर उत्तरगांवा-शक्ति सेवईनाला के बीच कुश्ती बराबरी पर रही। वहीं कुछ
पहलवानों ने अपने प्रतिद्वंदी को पटखनी देकर अपने भार वर्ग में विजय हासिल
किया। इसके पहले आयोजन समिति के लोगों ने दिनेश यादव सहित तमाम मंचासीन
अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। साथ ही सभी वक्ताओं ने कुश्ती खेल
पर विशेष बल देने की अपील किया। प्रतियोगिता का संचालन कमला यादव व सुबाष
यादव संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर लालजी यादव, जय सिंह पहलवान, नरसिंह
पहलवान, राज बहादुर पहलवान, राज बहादुर यादव पहलवान यूपीपी, अनिल यादव,
प्रधानपति दयाराम निषाद, पूर्व प्रधान सूरज सोनकर सहित तमाम लोग उपस्थित
रहे। अन्त में वशिष्ठ नारायण यादव ने समस्त आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त
किया।