33 ग्राम पंचायत सचिवों पर गाज आखिरकार गिर ही गई
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जौनपुर। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत जिले में समूह न खोलने
वाले 33 ग्राम पंचायत सचिवों पर गाज आखिरकार गिर ही गई। यह कार्रवाई जिला
विकास अधिकारी ने जनवरी माह में बेहतर कार्य न करने वाले कर्मियों पर की।
जिसमें सचिवों द्वारा निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष समूहों का गठन नहीं
किया।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गरीब व असहाय महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए स्वयं सहायता समूह का गठन किया जाता है। अब तक जिले में 600 स्वयं सहायता समूह का गठन किया जा चुका है। इसमें 10 से 15 महिलाओं का समूह बनाकर उनका बैंक में खाता खोलवाकर लेन-देन की प्रक्रिया से अवगत कराया जाता है। इसके बाद उनके समूह को प्रशिक्षित करने के बाद छोटे उद्योग के लिए बैंक से लोन दिया जाता है। इसके तहत जनवरी माह में निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष समूह का गठन न करने पर ग्राम पंचायत सचिवों का वेतन रोका गया। इसमें महराजगंज में नौ का, बक्शा में आठ, खुटहन में सबसे अधिक 16 ग्राम पंचायत सचिवों का वेतन रोका गया। जिला विकास अधिकारी दयाराम ने कहा कि कुल 33 ग्राम पंचायत सचिवों को जनवरी माह का वेतन रोका गया है। कार्य में सुधार के लिए सभी को 15 दिन का समय दिया गया है। उसके बाद भी सुधार न होने पर आरोप पत्र जारी किया जाएगा।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गरीब व असहाय महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए स्वयं सहायता समूह का गठन किया जाता है। अब तक जिले में 600 स्वयं सहायता समूह का गठन किया जा चुका है। इसमें 10 से 15 महिलाओं का समूह बनाकर उनका बैंक में खाता खोलवाकर लेन-देन की प्रक्रिया से अवगत कराया जाता है। इसके बाद उनके समूह को प्रशिक्षित करने के बाद छोटे उद्योग के लिए बैंक से लोन दिया जाता है। इसके तहत जनवरी माह में निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष समूह का गठन न करने पर ग्राम पंचायत सचिवों का वेतन रोका गया। इसमें महराजगंज में नौ का, बक्शा में आठ, खुटहन में सबसे अधिक 16 ग्राम पंचायत सचिवों का वेतन रोका गया। जिला विकास अधिकारी दयाराम ने कहा कि कुल 33 ग्राम पंचायत सचिवों को जनवरी माह का वेतन रोका गया है। कार्य में सुधार के लिए सभी को 15 दिन का समय दिया गया है। उसके बाद भी सुधार न होने पर आरोप पत्र जारी किया जाएगा।