वादे सभी करते हैं, चुनाव बाद नहीं होता अमल
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जौनपुर। जिले के दोनों लोक सभा सीटों पर मतदान निपट चुका है। मतदाताओं का कहना है कि चुनाव के समय सभी वादें करते हैं लेकिन चुनाव जीतने के बाद कोई उस पर अमल नहीं करता। सरकार कोई भी हो आम जन को मूलभूत सुविधाएं चाहिए। शिक्षित बेरोजगार, रोजगार के लिए दर-दर भटक रहे हैं। कोई इसकी सुधि लेने वाला नहीं है। भ्रष्टाचार घटने की बजाय बढ़ता ही जा रहा है। नौकरशाही की गिरफ्त में आकर सारी योजनाएं पात्रों की दहलीज पर पहुंचने से पूर्व ही दम तोड़ रही हैं। बावजूद कोई भी जिम्मेदार मुंह खोलने को तैयार नहीं है। सरकारों को गरीब और किसान की जरुरतों को भी ध्यान में रखना होगा। आश्वासनों से काम चलने वाला नहीं है। राजनीतिक दल आमजन को झंडाबरदार बनाकर रख दिए हैं। सभी नेता अपना विकास करने में लगे हैं। खोखले वादों की नहीं अब धरातल पर काम करने की आवश्यकता है। बेशक देश की रक्षा शक्ति मजबूत हुई है लेकिन गरीबी, भ्रष्टाचार, पिछड़ापन जैसी दुर्व्यवस्थाएं आज भी हाबी हैं। हालांकि चुनावी खुमारी उतर चुकी है। हर व्यक्ति जीत-हार के समीकरण में व्यस्त है लेकिन चुनावी बहस में निराषा ही लोग जताते है। लोगों का कहना है कि अस्पताल में न जांच की सुविधा उपलब्ध है और न ही दवा मिलती है। बुखार से पीड़ित मरीजों को भी रेफर कर दिया जा रहा है। शिक्षा, सड़क, बिजली व पानी की समस्या जस कि तस है। धरातल पर कुछ भी तो नहीं बदला। सब जस का तस पड़ा है। मतदान किये लोगों का कहना है कि जनप्रतिनिधियों को जनता की सुविधा से सरोकार नहीं रह गया है। सबकुछ जानते हुए भी अनजान बने बैठे हैं। वैसे सभी ने देश के लिए स्थिर सरकार की वकालत की लेकिन जनप्रतिनिधियों व नेताओं की कार्यप्रणाली तथा जन समस्याओं के निराकरण के प्रति उदासीनता पर रोष भी जताया।