सुप्रीम कोर्ट के आदेश से होमगार्ड्स जवानों में छायी खुशी
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जौनपुर।
सर्वोच्च न्यायालय द्वारा उत्तर प्रदेश होमगार्ड्स जवानों को पुलिस
कांस्टेबल के बराबर न्यूनतम वेतन देने का आदेश होते ही होमगार्ड्स के
जवानों में खुशी की लहर दौड़ गयी। जवानों ने एक-दूसरे को गले लगाते हुये
मिठाई खिलाकर अपनी खुशी जाहिर किया। बता दें कि समान काम-समान वेतन के आधार
पर उत्तर प्रदेश के होमगार्ड्स के जवान पिछले कई वर्षों से संगठन के
अध्यक्ष मुकेश द्विवेदी, संरक्षक पीसी शिवनाथ सिंह, महामंत्री ब्रह्मानन्द
मिश्रा के माध्यम से अपनी लड़ाई लड़ रहे थे। पूर्ववर्ती सपा सरकार में भी
उच्च न्यायालय की लखनऊ खण्डपीठ ने होमगार्ड्स के जवानों के पक्ष में फैसला
देते हुये पुलिस कांस्टेबल के बराबर वेतन भत्ते देने का आदेश निर्गत किया
था लेकिन तत्कालीन सपा सरकार उक्त आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट चली गयी थी।
इसी के अनुक्रम में उत्तर प्रदेश के करीब 1 लाख 17 हजार होमगार्ड्स को
सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने होमगार्ड्स
को पुलिस कांस्टेबल के बराबर न्यूनतम वेतन प्रतिमाह देने का आदेश निर्गत
किया। अभी तक होमगार्ड्स के जवानों को दैनिक के हिसाब से 500 प्रतिदिन वेतन
दिया जाता था। जितने दिन ड्यूटी लगती थी, उतने ही दिन का वेतन मिलता था।
इस आदेश के बाद लम्बे समय से वेतन विसंगतियों की लड़ाई लड़ रहे होमगार्ड्स के
जवानों को राहत मिली। सुप्रीम कोर्ट से न्याय की खबर मिलते ही सुइथाकला
कम्पनी के अध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद तिवारी व मीडिया प्रभारी प्रेमनाथ
शुक्ला ने संयुक्त रूप से कम्पनी के सभी जवानों को मिठाई खिलाकर खुशी जाहिर
किया। इस अवसर पर राजेन्द्र प्रसाद सिंह, राज शेषर मिश्रा, सूर्यकान्त
तिवारी, सरफुद्दीन खान, दयाराम गुप्ता, उमाकान्त पाण्डेय, संजय सिंह, जय
नारायण पाण्डेय, रामदास बिन्द, आनन्द यादव सहित तमाम लोग मौजूद रहे।