बीजेपी को घेरने के लिए कांग्रेसी गांव- गांव जाकर बहायेंगे खून पसीना
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जौनपुर। केंद्र और प्रदेश सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस पार्टी ने किसानो की समस्याओ को हथियार बना लिया है बीजेपी खामियों को उजागर करने के लिए कांग्रेसी नेता अब गांव की पगडंडियों चलकर अपना ख़ून पसीना बहायेंगे आज आंदोलन की पूरी रूप रेखा पूर्व सांसद व जौनपुर प्रभारी राजेश मिश्रा ने पत्रकारों को दिया है। उन्होंने साथ यह भी बताया कि पूरे आंदोलन पर खुद प्रियंका गाँधी निगाह रखेंगी इस जो भी पार्टी का नेता कार्यकर्ता रूचि नहीं लेगा उसके खिलाफ भी कार्रवाई हो सकता है। पूर्व सांसद ने बताया कि कांग्रेस पार्टी देश से संबंधित अन्य मुद्दों एवं जन समस्याओं को लेकर लगातार सरकार के ऊपर दबाव बनाने का कार्य कर रही है जिसमें किसानों की समस्या कांग्रेस पार्टी के एजेंडा में सर्वोपरि किसानों की समस्याओं को लेकर उत्तर प्रदेश कांग्रेश एक लंबी लड़ाई लड़ने की घोषणा कर रही है जिसकी शुरुआत दिनांक 6 फरवरी से हो चुकी है तथा समापन दिनांक 17 मार्च को लखनऊ में प्रदर्शन के साथ होगा इस बीच चरणबद्ध तरीके से कार्यक्रम चलेगा जिस का विस्तृत विवरण संलग्न है।
जैसा की आप सब जानते हैं कि कांग्रेस पार्टी की केंद्र में सरकार रहते हुए किसानों के हेतू अनेक योजनाओं को लागू किया गया था जैसे कि किसानों की ₹70 करोड़ की कर्ज़ माफी धान एवं अरहर के समर्थक मूल्य में 3 गुना बढ़ोतरी धान के समर्थन में ₹800 की बढ़ोतरी डीजल ₹40 से लेकर ₹50 प्रति लीटर में उपलब्ध करवाना ग्रामीण इलाकों में मजदूरी 4 गुना बढ़ाई गई मनरेगा योजना के चलते 14 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए कृषि किसान की रफ्तार दुगनी हुई किसान की जमीन का मुआवजा 4 गुना हुआ वहीं वर्तमान समय में जहां कांग्रेस की सरकारें हैं जैसे मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ राजस्थान कर्नाटक पंजाब सरकार बनते ही किसानों का कर्ज माफ किया गया वहीं वर्तमान भाजपा की सरकार ने किसानों की जगह उद्योगपतियों का 5-5 लाख करोड़ का कर्जा माफ किया फसल की लागत कई गुना बढ़ गई आवारा पशुओं का कहर किसानों पर टूट रहा है गन्ने के दाम एक रुपया भी नहीं बड़ा धान की लागत जहां 2250 आ रही है वहीं समर्थन मूल्य 1750 है डीजल का दाम ₹70 के लगभग हो गया है यूरिया की बोरी 45 किलो की कर दी गई महंगाई आसमान छू रही है ग्रामीण इलाकों में बेरोजगारी 40 साल में सर्वोपरि है ग्रामीण इलाकों की क्रय क्षमता 7 साल में सबसे कम हो गई भूमि अधिग्रहण कानून से बदल कर किसानों की जमीन छीनने का प्रयास किया गया सरकार से मांग
1. कर्जा माफ बिजली बिल हाफ
2.गांव गांव में गौशाला दो वरना रखवाली भत्ता दो
3.गन्ने का पूरा भुगतान हो नया दाम ₹400 कुंटल धान खरीद हाथों-हाथ हो दाम ₹25 प्रति कुंतल हो
4.सूखा ओला बारिश तुरंत सरकार
5.गेहूं खरीद हाथों-हाथ हो प्रति कुंटल दाम 2502 हो। इस मौके पर ज़िला अध्यक्ष फैसल हसन तबरेज़ ,पूर्वांचल के प्रभारी सचिन नायक जी के द्वारा कोऑर्डिनेटर आलोक कुमार पाठक , कृपा शंकर यादव, सतीश सिंह बिंद, पूर्व अध्यक्ष लाल जी चौहान, सौरभ शुक्ला शहर अध्यक्ष ,पूर्व प्रदेश सचिव राजेश सिंह, अशोक कुमार शर्मा एडवोकेट, ,राकेश सिंह "डब्बू", महमूद अंसारी पूर्व प्रत्याशी मछलीशहर विधानसभा सुशील मिश्रा, जिला अध्यक्ष किसान कांग्रेश राणा कृष्ण प्रताप सिंह ,जिला अध्यक्ष खेलकूद प्रकोष्ठ विशाल सिंह हुकुम ,विपिन कुमार तिवारी, सलमान खान जयप्रकाश मिश्र ने सारे लाई उस्मान अली गीता चौरचन सेट धर्मेंद्र कुमार निषाद अजय कुमार सिंह राज कुमार निषाद शैलेंद्र कुमार सिंह सतीश कुमार यादव अनिल सेवादल नीरज राय मोहम्मद हारुन अवधेश शुक्ला राजन तिवारी ज्ञानेश सिंह मुक्ति हाशिम मेहंदी सुरूर सुरूर खान फरमान हैदर बिलाल नदीम तिलकधारी उपस्थित थे।