कोरोना पॉजिटिव मिला जमाती कोर्ट में पेश होकर करा चूका है जमानत
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जौनपुर । कोरोनावायरस से पीड़ित चौथा जमाती साने आलम छ: अन्य जमातियों के साथ बदलापुर थाना क्षेत्र स्थित एक मस्जिद के पास से 31 मार्च 2020 को पकड़े गए थे।सातों को दीवानी न्यायालय लाकर रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया था।उस वक्त कोर्ट मुंशी,रिमांड मजिस्ट्रेट क्लर्क अधिवक्ता व साथ आए अन्य पुलिसकर्मी मौजूद थे। कोर्ट ने आरोपी साने आलम समेत सात आरोपियों को व्यक्तिगत बंधपत्र पर जमानत दे दिया था तथा क्वॉरेंटाइन में रहने के लिए आदेशित किया था तब से आरोपियों को आईआईटी में क्वारंटीन में रखा गया था।जहां साने आलम व अन्य का सैंपल जांच के लिए भेजा गया था जिसमें कोरोना पॉजिटिव पाया गया।दिल्ली का रहने वाला साने आलम जमात से जुड़ा हुआ है।बदलापुर नगर पंचायत के वार्ड नंबर 8 के चिकन बस्ती में वह रुका हुआ था। इलाके को पूरी तरह सील किया गया है।
दीवानी न्यायालय में जब साने आलम अन्य आरोपियों के साथ लाकर रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया तब रिमांड मजिस्ट्रेट के आदेश पर पीबी भरते समय उसने व्यक्तिगत बंधपत्र व रिमांड शीट पर सिग्नेचर किया।उसी पर मजिस्ट्रेट का भी सिग्नेचर हुआ।व्यक्तिगत पत्र और रिमांड शीट के माध्यम से रिमांड मजिस्ट्रेट व कोर्ट मुंशी और अन्य व्यक्ति उसके संपर्क में आए। अन्य आरोपियों की भी पेशी हुई। अधिवक्ता भी मौजूद थे।इस बीच में दीवानी न्यायालय सैनिटाइज भी नहीं किया गया।ऐसी स्थिति में दीवानी न्यायालय तथा उस दिन उपस्थित लोग भी खतरे की जद में है। भारत सरकार द्वारा आरोग्य सेतु एप की लांचिंग इसी उद्देश्य से की गई है कि संक्रमित व्यक्ति किस किस व्यक्ति के संपर्क में आया है उसका पता लगाया जा सके और और उन्हें आइसोलेट या क्वॉरेंटाइन करके उनकी जांच की जा सके।ऐसी स्थिति में जिन जिन लोगों के संपर्क में वह आया उनकी जांच होनी आवश्यक है।
दीवानी न्यायालय में जब साने आलम अन्य आरोपियों के साथ लाकर रिमांड मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया तब रिमांड मजिस्ट्रेट के आदेश पर पीबी भरते समय उसने व्यक्तिगत बंधपत्र व रिमांड शीट पर सिग्नेचर किया।उसी पर मजिस्ट्रेट का भी सिग्नेचर हुआ।व्यक्तिगत पत्र और रिमांड शीट के माध्यम से रिमांड मजिस्ट्रेट व कोर्ट मुंशी और अन्य व्यक्ति उसके संपर्क में आए। अन्य आरोपियों की भी पेशी हुई। अधिवक्ता भी मौजूद थे।इस बीच में दीवानी न्यायालय सैनिटाइज भी नहीं किया गया।ऐसी स्थिति में दीवानी न्यायालय तथा उस दिन उपस्थित लोग भी खतरे की जद में है। भारत सरकार द्वारा आरोग्य सेतु एप की लांचिंग इसी उद्देश्य से की गई है कि संक्रमित व्यक्ति किस किस व्यक्ति के संपर्क में आया है उसका पता लगाया जा सके और और उन्हें आइसोलेट या क्वॉरेंटाइन करके उनकी जांच की जा सके।ऐसी स्थिति में जिन जिन लोगों के संपर्क में वह आया उनकी जांच होनी आवश्यक है।