जाने कैसे थर्मल स्कैनर को मात दे रहे प्रवासी,बड़े कोरोना विस्फोट की संभावना



हिमांशु श्रीवास्तव 
जौनपुर : विभिन्न प्रांतों में फंसे हुए प्रवासी तथा जनपद में आने वाले प्रवासियों  को थर्मल स्कैनर  से जांच के बाद ही  छोड़ा जाता है जिस व्यक्ति का थर्मल स्कैनर में तापमान अधिक  दर्शित होता है उसे  क्वॉरेंटाइन में रखा जाता है। प्रवासियों को जब यह जानकारी हो गई की शरीर का तापमान अधिक होने पर उन्हें रोककर क्वॉरेंटाइन कर दिया जाएगा क्योंकि अन्य लोगों को किया जा रहा है तो उन्होंने इसे मात देने का रास्ता ढूंढ निकाला जिससे पूरे देश में कोरोना विस्फोट की संभावना पैदा हो गई है।ड्रग विभाग की जानकारी में यह बात प्रकाश में आई कि थर्मल स्कैनर से बचने के लिए कुछ प्रवासी लोग क्रोसिन व पेरासिटामोल गोलियों का सहारा ले रहे हैं जिससे उनके शरीर का तापमान नॉर्मल हो जाए और वह जल्द से जल्द अपने घर अपने परिवार वालों तक पहुंच सके।घर पहुंचने की जल्दी में वह इन दोनों दवाओं का सहारा ले रहे हैं।दोनों बुखार की दवाएं हैं और दवा लेने के चार-पांच घंटे तक इसका असर रहता है और शरीर का तापमान सामान्य हो जाता है जिससे थर्मल स्कैनर से चेक करने पर वास्तविक तापमान का पता नहीं चल पाता।थर्मल स्कैनर का प्रयोग करने वाला संबंधित व्यक्ति के माथे से थोड़ी दूर स्कैनर रखकर शरीर के तापमान को पढ़ता है। तापमान ज्यादा होने पर व्यक्ति को क्वॉरेंटाइन में रहने को कहा जाता है क्योंकि कोरोना के लक्षण में शरीर का तापमान भी अहम है जो बढ़ जाता है।जनपद में कई दुकानों पर पूछा गया तो जानकारी हुई कि पेरासिटामोल व क्रोसिन दवाओं की बिक्री इधर लॉकडाउन में काफी बढ़ गई है।इस तरह का मामला सामने आने के बाद डाक विभाग की ओर से एक सर्कुलर जारी किया गया और सभी केमिस्टों को ई पोर्टल पर पेरासिटामोल व क्रॉसिंग खरीदने वालों का नाम पता व मोबाइल नंबर दर्ज करना जरूरी कर दिया गया है ताकि जरूरत पड़ने पर ऐसे लोगों को ट्रेस किया जा सके। उत्तर प्रदेश में इसके तहत करीब 3000 मामले ट्रेस भी किए गए हैं।सरकार को भी चाहिए कि जितने प्रवासी गैर प्रांतों से आ रहे हैं उनकी कोविड जांच अनिवार्य रूप से करें।केवल थर्मल स्कैनिंग संक्रमण रोकने का विकल्प नहीं है क्योंकि यह केवल तापमान को बताता है और जिसे प्रवासी दोनों दवाओं का इस्तेमाल कर सामान्य कर लेते हैं।अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो बड़ी संख्या में कोरोना के मामले प्रकाश में आ सकते हैं।

Related

news 1968445964826850971

एक टिप्पणी भेजें

emo-but-icon

AD

जौनपुर का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल

आज की खबरे

साप्ताहिक

सुझाव

संचालक,राजेश श्रीवास्तव ,रिपोर्टर एनडी टीवी जौनपुर,9415255371

जौनपुर के ऐतिहासिक स्थल

item