कीमामी शरबती व रूमाली सेवई से सजेगा दस्तरखान
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जौनपुर। ईद उल फितर के त्यौहार को खास बनाने के लिए घरों में सेवई की वैरायटी अभी से तैयार होने लगी है। कीमामी. शरबती .रूमाली. और सूखी सेवई से दस्तरखान को सजाने की तैयारी शहर के मीर मस्त निवासी नूर सबा .बलुआ घाट की सरफुननिशा व बड़ी मस्जिद निवासी ग्रहणी रुखसाना बानो ने बताया कि सेवई की दर्जनभर रेंज है
किमामी सेवई सीरे में डूबी और गाढ़ी होती है। सूखी सेवई को कढ़ाई में सिर्फ भूनकर हल्के दूध और सूखे मेवे से सजाया जाता है। शरबती सेवई में खोवा और सिरे के साथ भुना हुआ लावा डाला जाता है। रुमाली सेवई दूध में पूरी तरह से डुबोकर ऊपर से शक्कर और खोवा छिड़ का जाता है मेवा सेवई को सभी सेवई का खास मेहमान माना जाता है।