तैनाती जौनपुर में आजमगढ़ में चला रहे है निजी अस्पताल
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जौनपुर। जिले के तमाम सरकारी अस्पतालो में तैनात कई डाक्टर इस कोरोनाकाल में भी अपनी ड्यूटी से गायब रहकर गैर जनपदो अपने निजी अस्पतालो में मरीजो का इलाज करके मोटी कमाई कर रहे है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है सोधी प्राथमिक स्वस्थ्य केन्द्र में तैनात एक चिकित्सक का। यह डाक्टर आजमगढ़ जनपद के ठेकमा बाजार में चंद्रा क्लीनिक के नाम से अपने निजी अस्पताल चलाते है। इनके ऊपर आरोप है कि इनकी लापरवाही से एक महिला जीवन और मौत के बीच जुझ रही है। इसका खुलासा उस समय हुआ जब महिला के परिवार वाले खून लेने के लिए जिला अस्पताल पहुंचे।
मिली जानकारी के अनुसार आजमगढ़ जनपद के गौसखूर गांव के निवासी राजेश पत्नी रेखा देवी को बीते 28 जून को प्रसव पीड़ा के चलते उसे ठेकमा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया जहां पर उसे नार्मल डिलेवरी में मृत बच्चे ने जन्म दिया साथ ही रेखा की तबियत खराब हो गयी है। परिवार वाले उसे पास में स्थित जिले के सोधी ब्लाक में तैनात डा0 रमेश चंद्रा के निजी अस्पताल चंद्रा क्लीनिक ले गये परिवार वालो ने बताया कि डा0 रमेश चंद्रा ने इलाज के लिए भर्ती कर लिया दो दिन तक वे इलाज करते रहे लेकिन महिला के तबियत में काई सुधार होना तो दूर की बात लगातार हो रही ब्लीडिगं के चलते हालत और खराब हो गयी। आज डा0 रमेश चंद्रा ने तत्काल तीन यूनिट ब्लड की मांग किया। परिवार वाले खून लेने के लिए जिला अस्पताल पहुंचे। परिजन ने अपनी पूरी आपबीती सीएमएस डा0 ए के शर्मा से बताया तो वे आश्चर्य चकित हो गये। फिलहाल उन्होने तीन यूनिट ब्लड परिवार वालो दे दिया। डा0 शर्मा ने बताया डा0 रमेश शर्मा सोधी अस्पताल में तैनात है इसके बाद वे अपनी निजी अस्पताल चला रहे है यह गैर जिम्मेदाराना काम है। इसके लिए सीएमओं आजमगढ़ को पत्र लिखा जा रहा है।
इस मामले पर डा0 रमेश चंद्रा से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे बात नही हो पायी।
मिली जानकारी के अनुसार आजमगढ़ जनपद के गौसखूर गांव के निवासी राजेश पत्नी रेखा देवी को बीते 28 जून को प्रसव पीड़ा के चलते उसे ठेकमा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया जहां पर उसे नार्मल डिलेवरी में मृत बच्चे ने जन्म दिया साथ ही रेखा की तबियत खराब हो गयी है। परिवार वाले उसे पास में स्थित जिले के सोधी ब्लाक में तैनात डा0 रमेश चंद्रा के निजी अस्पताल चंद्रा क्लीनिक ले गये परिवार वालो ने बताया कि डा0 रमेश चंद्रा ने इलाज के लिए भर्ती कर लिया दो दिन तक वे इलाज करते रहे लेकिन महिला के तबियत में काई सुधार होना तो दूर की बात लगातार हो रही ब्लीडिगं के चलते हालत और खराब हो गयी। आज डा0 रमेश चंद्रा ने तत्काल तीन यूनिट ब्लड की मांग किया। परिवार वाले खून लेने के लिए जिला अस्पताल पहुंचे। परिजन ने अपनी पूरी आपबीती सीएमएस डा0 ए के शर्मा से बताया तो वे आश्चर्य चकित हो गये। फिलहाल उन्होने तीन यूनिट ब्लड परिवार वालो दे दिया। डा0 शर्मा ने बताया डा0 रमेश शर्मा सोधी अस्पताल में तैनात है इसके बाद वे अपनी निजी अस्पताल चला रहे है यह गैर जिम्मेदाराना काम है। इसके लिए सीएमओं आजमगढ़ को पत्र लिखा जा रहा है।
इस मामले पर डा0 रमेश चंद्रा से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे बात नही हो पायी।