कोरोना वारियर्स को संक्रमण से बचने के तरीके बताने के लिए लांच किया गया यह एप
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हिमांशु श्रीवास्तव
जौनपुर। कोरोना महामारी के दौरान संक्रमित लोगों का इलाज स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा किया जा रहा है तथा बहुत से स्वास्थ्य कर्मी इलाज के दौरान संक्रमित हो गए और जान भी गंवा बैठे।इसके अलावा तमाम सफाई कर्मी भी ड्यूटी के दौरान कोरोनावायरस से संक्रमित हो गए।इन कोरोना वारियर्स को संक्रमण से बचने के लिए क्या क्या तरीके अपनाने हैं इस संबंध में 'चिकित्सा सेतु' एप लांच किया गया है।उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा देश का पहला चिकित्सा प्रशिक्षण मोबाइल ऐप लंच किया गया जो डॉक्टर,पैरामेडिकल स्टाफ व सफाई कर्मियों आदि को संक्रमण से बचाने के लिए कवच का कार्य करेगा।यह ऐप न केवल फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स को संक्रमण से बचाएगा बल्कि कोरोना की चेन तोड़ने में भी महत्वपूर्ण साबित होगा।जब कोरोना संक्रमण देश में फैलना प्रारंभ हुआ उस समय सैनिटाइजर पीपीई किट मास्क आदि का देश में अभाव था लेकिन आज सभी सामग्री पर्याप्त मात्रा में देश में बन चुकी है और बन रही है।उत्तर प्रदेश में लेवल वन से लेकर लेवल 3 तक की कोविड-19 अस्पतालों में बेहतर उपचार की सुविधा के लिए सरकार प्रयासरत है। इसके बाद भी स्वास्थ्य कर्मियों व सफाईकर्मियों को संक्रमण से बचाने के लिए जिस प्रशिक्षण की आवश्यकता है,वह चिकित्सा सेतु एप पूरा करेगा।इस ऐप को आईएएस प्रशांत शर्मा ने केजीएमयू लखनऊ व नेशनल इंस्टीट्यूट आफ स्मार्ट गवर्नेंस हैदराबाद की मदद से तैयार किया है।इस ऐप में छोटे-छोटे वीडियो के माध्यम से कोरोना से बचाव,पीपीई किट का प्रयोग और मरीजों को शिफ्ट करने और उनकी देखरेख करने में किन किन बातों का ध्यान रखना है। इसके बारे में बहुत ही सरल तरीके से जानकारी दी गई है। ऐप के प्रयोग से स्वास्थ्य कर्मियों को संक्रमित की किस प्रकार दवा इलाज व देखभाल करना है,इसकी संपूर्ण जानकारी मिलेगी जिससे काफी हद तक यह कोरोना वारियर्स ड्यूटी के दौरान संक्रमण से बच सकेंगे। इसके लिए सभी स्वास्थ्य कर्मियों पैरामेडिकल स्टाफ व व अन्य फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स को यह ऐप इस्तेमाल करना होगा।
जौनपुर। कोरोना महामारी के दौरान संक्रमित लोगों का इलाज स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा किया जा रहा है तथा बहुत से स्वास्थ्य कर्मी इलाज के दौरान संक्रमित हो गए और जान भी गंवा बैठे।इसके अलावा तमाम सफाई कर्मी भी ड्यूटी के दौरान कोरोनावायरस से संक्रमित हो गए।इन कोरोना वारियर्स को संक्रमण से बचने के लिए क्या क्या तरीके अपनाने हैं इस संबंध में 'चिकित्सा सेतु' एप लांच किया गया है।उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा देश का पहला चिकित्सा प्रशिक्षण मोबाइल ऐप लंच किया गया जो डॉक्टर,पैरामेडिकल स्टाफ व सफाई कर्मियों आदि को संक्रमण से बचाने के लिए कवच का कार्य करेगा।यह ऐप न केवल फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स को संक्रमण से बचाएगा बल्कि कोरोना की चेन तोड़ने में भी महत्वपूर्ण साबित होगा।जब कोरोना संक्रमण देश में फैलना प्रारंभ हुआ उस समय सैनिटाइजर पीपीई किट मास्क आदि का देश में अभाव था लेकिन आज सभी सामग्री पर्याप्त मात्रा में देश में बन चुकी है और बन रही है।उत्तर प्रदेश में लेवल वन से लेकर लेवल 3 तक की कोविड-19 अस्पतालों में बेहतर उपचार की सुविधा के लिए सरकार प्रयासरत है। इसके बाद भी स्वास्थ्य कर्मियों व सफाईकर्मियों को संक्रमण से बचाने के लिए जिस प्रशिक्षण की आवश्यकता है,वह चिकित्सा सेतु एप पूरा करेगा।इस ऐप को आईएएस प्रशांत शर्मा ने केजीएमयू लखनऊ व नेशनल इंस्टीट्यूट आफ स्मार्ट गवर्नेंस हैदराबाद की मदद से तैयार किया है।इस ऐप में छोटे-छोटे वीडियो के माध्यम से कोरोना से बचाव,पीपीई किट का प्रयोग और मरीजों को शिफ्ट करने और उनकी देखरेख करने में किन किन बातों का ध्यान रखना है। इसके बारे में बहुत ही सरल तरीके से जानकारी दी गई है। ऐप के प्रयोग से स्वास्थ्य कर्मियों को संक्रमित की किस प्रकार दवा इलाज व देखभाल करना है,इसकी संपूर्ण जानकारी मिलेगी जिससे काफी हद तक यह कोरोना वारियर्स ड्यूटी के दौरान संक्रमण से बच सकेंगे। इसके लिए सभी स्वास्थ्य कर्मियों पैरामेडिकल स्टाफ व व अन्य फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स को यह ऐप इस्तेमाल करना होगा।

