पुलिस हाथ मलती रह गयी , श्रीमहालक्ष्मी ज्वेलर्स लूटकाण्ड का आरोपी सतीश सिंह ने किया सीजेएम कोर्ट में सरेण्डर
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जौनपुर। श्रीमहालक्ष्मी ज्वेलर्स लूटकाण्ड का आरोपी व 25 हजार रूपये का इनामी सतीश सिंह आज पुलिस को चकमा देकर सीजेएम कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। न्यायालय ने उसे जेल भेज दिया। इस दरम्यान आरोपी सतीश ने मीडिया से बातचीत में अपने आपको बेकशूर बताते हुए कहा कि पुलिस मुझे झूठे मुकदमें फसाकर इंकाउन्टर करना चाहती है। उसने साफ कहा कि जिस दिन यहां वारदात हुई थी उस दिन मैं मुंबई में था। मैने उसका सीसीटीवी फुटेज प्रशासन को भेजा था इसके बाद भी मुझे लूटकाण्ड में शामिल होना बता दिया।
31 अक्टुबर 2019 की रात एक दर्जन से अधिक डकैतो ने एसपी आफिस के ठीक पीछे श्रीमहालक्ष्मी ज्वेलर्स की शो रूम पर धावा बोलकर एक करोड़ रूपये के गहने व नगदी लूट लिया था इस दरम्यान बदमाशो ने कई राउण्ड गोलियां भी दागी थी। इस लूटकाण्ड ने पूरे पूर्वाचंल को दहला दिया था। घटना के एक पखवारे बाद तत्कालीन एसपी रविशंकर छवि ने 15 नवम्बर को इस सनसनी खेज वारदात का खुलासा करते हुए दो डकैतो को गिरफ्तार करने का दावा किया था उनके पास लूट के तीन लाख 82 हजार रूपये व कुछ गहने व असलहे बरामद होने बताया था। साथ ही इस लूटकाण्ड का सूत्रधार मुफ्तीगंज के ब्लाक प्रमुख विनय सिंह को बताया था साथ ही गैंग का सरगना मड़ियाहूं कोतवाली क्षेत्र के औरैला गांव के निवासी सतीश सिंह व उसका भाई शिवम सिंह को बताया था। हलांकि खुलासे के बाद से ही पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना शुरू हो गया था।
सात माह बाद आज सतीश सिंह पुलिस को चकमा देकर सीजेएम कोर्ट में सरेंडर कर दिया। कोर्ट ने उसे हिरासत में लेते हुए 14 दिनों की न्यायायिक हिरासत में जेल भेज दिया। सतीश ने मीडिया से बातचीत में अपने आपको बेकशूर बताते हुए कहा कि पुलिस मुझे झूठे मुकदमें फसाकर इंकाउन्टर करना चाहती है। उसने साफ कहा कि जिस दिन यहां वारदात हुई थी उस दिन मैं मुंबई में था। मैने उसका सीसीटीवी फुटेज प्रशासन को भेजा था लेकिन इसके बाद भी मुझे लूटकाण्ड में शामिल होना बता दिया।
31 अक्टुबर 2019 की रात एक दर्जन से अधिक डकैतो ने एसपी आफिस के ठीक पीछे श्रीमहालक्ष्मी ज्वेलर्स की शो रूम पर धावा बोलकर एक करोड़ रूपये के गहने व नगदी लूट लिया था इस दरम्यान बदमाशो ने कई राउण्ड गोलियां भी दागी थी। इस लूटकाण्ड ने पूरे पूर्वाचंल को दहला दिया था। घटना के एक पखवारे बाद तत्कालीन एसपी रविशंकर छवि ने 15 नवम्बर को इस सनसनी खेज वारदात का खुलासा करते हुए दो डकैतो को गिरफ्तार करने का दावा किया था उनके पास लूट के तीन लाख 82 हजार रूपये व कुछ गहने व असलहे बरामद होने बताया था। साथ ही इस लूटकाण्ड का सूत्रधार मुफ्तीगंज के ब्लाक प्रमुख विनय सिंह को बताया था साथ ही गैंग का सरगना मड़ियाहूं कोतवाली क्षेत्र के औरैला गांव के निवासी सतीश सिंह व उसका भाई शिवम सिंह को बताया था। हलांकि खुलासे के बाद से ही पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठना शुरू हो गया था।
सात माह बाद आज सतीश सिंह पुलिस को चकमा देकर सीजेएम कोर्ट में सरेंडर कर दिया। कोर्ट ने उसे हिरासत में लेते हुए 14 दिनों की न्यायायिक हिरासत में जेल भेज दिया। सतीश ने मीडिया से बातचीत में अपने आपको बेकशूर बताते हुए कहा कि पुलिस मुझे झूठे मुकदमें फसाकर इंकाउन्टर करना चाहती है। उसने साफ कहा कि जिस दिन यहां वारदात हुई थी उस दिन मैं मुंबई में था। मैने उसका सीसीटीवी फुटेज प्रशासन को भेजा था लेकिन इसके बाद भी मुझे लूटकाण्ड में शामिल होना बता दिया।