टूटी सड़कें बरसात में बन गई झील
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जौनपुर। टूटी सड़कें बरसात में झील बन गई हैं। गड्ढे का अंदाजा नहीं लगने की वजह से ऐसी सड़कों पर सफर जीवन को संकट में डालने जैसा हो गया है। टूटी सड़कों की वजह से सड़क दुर्घटनाओं में भी तेजी से इजाफा हुआ है। सबसे खराब हाल निर्माण खंड का है। पीडब्ल्यूडी की ओर से टूटी सड़कों को दुरुस्त करने की तैयारी की गई थी, लेकिन भारी बरसात की वजह से कार्य प्रभावित हो रहा है। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बनाई गई सड़क के उखड़ने से अधिकारियों की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। यह स्थिति तब है जब सड़क निर्माण में पैसा पानी की तरह बहाया जा रहा है। तमाम कायदे-कानून के बाद भी ठेकेदारों की मनमानी से सरकार की ओर से पारदर्शिता को लेकर किए जा रहे तमाम दावों पर सवाल खड़ा कर रहे हैं।
र मीरजापुर-जौनपुर राजमार्ग रामपुर से भदोही तक गड्ढों में तब्दील हो गया है। तकरीबन आठ किलोमीटर सड़क पूरी तरह से टूट गई है। यहां पूरे दिन भारी वाहनों की आवाजाही रहती है। विभाग की ओर से कुछ समय पूर्व टूटी सड़क पर ईंट के टुकड़े डलवा दिए गए थे, लेकिन कुछ ही दिन में हालात पहले जैसे हो गए। यह सड़क निर्माण खंड के अधीन है।
र मीरजापुर-जौनपुर राजमार्ग रामपुर से भदोही तक गड्ढों में तब्दील हो गया है। तकरीबन आठ किलोमीटर सड़क पूरी तरह से टूट गई है। यहां पूरे दिन भारी वाहनों की आवाजाही रहती है। विभाग की ओर से कुछ समय पूर्व टूटी सड़क पर ईंट के टुकड़े डलवा दिए गए थे, लेकिन कुछ ही दिन में हालात पहले जैसे हो गए। यह सड़क निर्माण खंड के अधीन है।