एसओजी टीम पर मुकदमा होने पर बेटियों की इज्जत उतारने व बेटे के एनकाउंटर की धमकी!
https://www.shirazehind.com/2020/07/blog-post_380.html
जौनपुर। जनपद में पुलिस का उत्पीड़न दिनों दिन बढ़ता चला जा रहा है।सिकरारा थाना क्षेत्र निवासी अनुसूचित जाति की वादिनी के घर में घुसकर लूटपाट करने, छेड़खानी व बेटे को थर्ड डिग्री देने के मामले में जब वादिनी ने एसओजी टीम समेत 12 पुलिसवालों के खिलाफ कोर्ट में वाद दायर किया तो यह पुलिस को नागवार गुजरा।वादिनी का आरोप है कि थानाध्यक्ष अन्य पुलिसकर्मियों के साथ आकर धमकी दिए कि मुकदमा उठा लो अन्यथा बेटियों की इज्जत तार-तार कर देंगे और बेटे का एनकाउंटर कर देंगे।
अपर सत्र न्यायाधीश ने थानाध्यक्ष सिकरारा व पुलिसकर्मियों पर परिवाद दर्ज किया। वादिनी ने कोर्ट में परिवाद दाखिल किया कि दिनांक 16 मार्च 2020 को कुछ पुलिस वाले उसके घर पर आए उसे मारे पीटी,बेटियों संग छेड़खानी किए,रुपए व गहने लूट लिए,बेटे को जबरन उठा ले गए।सिकरारा थाने पर पूछताछ करने पर पता चला कि लाइन बाजार थाने ले गए हैं।लाइन बाजार जाने पर पुलिस ने बेटे को छोड़ने के लिए 30000 मांगे उसने रुपए भी दे दिया।18 जून को लाइन बाजार पुलिस ने 19500 वादिनी को वापस दे दिए और कहे कि शेष रुपए एसओजी टीम वाले रख लिए हैं।बाद में पुलिस व एसओजी टीम ने ने उसके बेटे का थाना बक्सा में फर्जी मुकदमे में चालान कर दिया। उसे थर्ड डिग्री दी गई।मुकदमे से नाराज होकर थानाध्यक्ष सिकरारा अन्य पुलिसकर्मियों के साथ 28 जून 2020 की रात जबरन उसके घर में घुस आए और जातिसूचक शब्दों से अपमानित करते हुए गालियां लिए।कहे कि एसओजी टीम व अन्य पुलिस वालों के खिलाफ जो मुकदमा दायर किया है उसे उठा लो नहीं तो लड़कियों की इज्जत लूट लेंगे तथा तुम्हारे बेटे का एनकाउंटर कर देंगे।वादिनी ने पुलिस के उच्चाधिकारियों को दरखास्त दिया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई तब उसने कोर्ट में न्याय की गुहार लगाया।
अपर सत्र न्यायाधीश ने थानाध्यक्ष सिकरारा व पुलिसकर्मियों पर परिवाद दर्ज किया। वादिनी ने कोर्ट में परिवाद दाखिल किया कि दिनांक 16 मार्च 2020 को कुछ पुलिस वाले उसके घर पर आए उसे मारे पीटी,बेटियों संग छेड़खानी किए,रुपए व गहने लूट लिए,बेटे को जबरन उठा ले गए।सिकरारा थाने पर पूछताछ करने पर पता चला कि लाइन बाजार थाने ले गए हैं।लाइन बाजार जाने पर पुलिस ने बेटे को छोड़ने के लिए 30000 मांगे उसने रुपए भी दे दिया।18 जून को लाइन बाजार पुलिस ने 19500 वादिनी को वापस दे दिए और कहे कि शेष रुपए एसओजी टीम वाले रख लिए हैं।बाद में पुलिस व एसओजी टीम ने ने उसके बेटे का थाना बक्सा में फर्जी मुकदमे में चालान कर दिया। उसे थर्ड डिग्री दी गई।मुकदमे से नाराज होकर थानाध्यक्ष सिकरारा अन्य पुलिसकर्मियों के साथ 28 जून 2020 की रात जबरन उसके घर में घुस आए और जातिसूचक शब्दों से अपमानित करते हुए गालियां लिए।कहे कि एसओजी टीम व अन्य पुलिस वालों के खिलाफ जो मुकदमा दायर किया है उसे उठा लो नहीं तो लड़कियों की इज्जत लूट लेंगे तथा तुम्हारे बेटे का एनकाउंटर कर देंगे।वादिनी ने पुलिस के उच्चाधिकारियों को दरखास्त दिया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई तब उसने कोर्ट में न्याय की गुहार लगाया।