पुल पर सियासत, बीजेपी सांसद और अपना दल एस विधायक में तकरार!
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जौनपुर। लुम्बिनी-दुद्धी स्टेट हाईवे -5 के जमालापुर के सीर स्थित बसुही नदी के बहुप्रतीक्षित पक्के पुल के निर्माण का सोमवार को शिलान्यास तो हुआ मगर इसपर सियासत भी शुरू हो गई। मड़ियाहू से भाजपा समर्थित अपना दल एस से विधायक डॉ लीना तिवारी और मछलीशहर से भाजपा सांसद बीपी सरोज आमने-सामने आ गयी है। जिले के लुंबिनी दुद्धी स्टेट हाईवे-5 पर जमालापुर के निकट बसुही नदी 921.59 की लागत से बनाने वाले सेतु का शिलान्यास वाराणसी के सर्किट हाउस में लखनऊ से डिजिटली शिलान्यास उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने किया उसके बाद समर्थको में श्रेय लेने की होड़ लग गयी। सूत्रों ने बताया कि बुधवार को विकास खण्ड बरसठी पर दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग जौनपुर द्वारा आयोजित दिव्यांगों को ट्राई साइकिल वितरण एवं वृक्षारोपण के कार्यक्रम में उपस्थिति सांसद बीपी सरोज के समर्थको को विधायक ने जमकर फटकार लगायी।
ज्ञात हो कि विधायक डॉ लीना तिवारी के प्रस्ताव से लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव ने स्वीकृति दिये थे। वही विधायक का कहना है कि विधायक होने के तदोपरांत मेरे द्वारा शासन से जर्जर पुल की जगह नए पुल के निर्माण के लिये लगीं रही और लगभग 8 माह पहले स्वीकृति ले भी लिया था कुछ कागजी कार्यवाही में और कुछ कोरोना जैसी दैविक आपदा की वजह से लेट हुआ नहीं ये शिलान्यास उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या द्वारा 3 माह पहले ही हो गया होता शायद अब तक नए पुल पर लोगों का आवागमन भी चालू हो गया होता, पुल का डिजिटल शिलान्यास होने के बाद जो लोग अपनी दावेदारी पेश कर रहे है कि मेरे द्वारा पुल की स्वीकृति कराई गई है। जो सरासर गलत है ये क्षेत्रीय जनता को गुमराह करने वाली बात है मैं तो यह कहती हूँ कि सांसद महोदय रामपुर की जर्जर सड़क को 1 माह के अंदर स्वीकृति कराके बनवा के दिखादे नही तो मैं दो माह के अंदर रामपुर के सड़क का निर्माण कार्य करा कर दिखा दूँगी की कार्य किस तरह कराया जाता है जुबान से कार्य नही होता कार्य कराने के लिये विभाग के मंत्रालय में दौड़ते- दौड़ते चप्पल घीस जाते है तब कहीं जाकर किसी भी कार्य को कराने की स्वीकृति मिल पाती है।
वही सांसद बी पी सरोज ने द्वारा कहा जा रहां है कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को पत्र के माध्यम से अवगत कराया था। जिसके बाद प्रमुख सचिव ने संज्ञान लिया।