कोरोना काल में डिप्रेशन के मामले तेजी से बढ़े हैं : डॉ जान्हवी श्रीवास्तव
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जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के व्यावहारिक मनोविज्ञान विभाग द्वारा "विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस" के उपलक्ष में "आत्महत्या रोकथाम" विषयक पैनल वेबिनार किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि FO, VBSPU एमके सिंह ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन जागरूकता के लिए होना चाहिए ,आत्महत्या की बढ़ती हुई दर निःसंदेह भयानक है इसका कारण आज की भागदौड़ की जिंदगी में तनाव है।
पैनलिस्ट निदेशक आई- ट्रस्ट निधि प्रसाद, एसोसिएट प्रोफेसर प्रोविडेंस विश्वविद्यालय डॉ सचिन जैन, एवं विधि संकाय,इलाहाबाद विश्वविद्यालय डॉ हरिवंश सिंह ने अपने महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत करते हुए आत्महत्या के कारणों एवं लक्षणों की पहचान करने तथा रोकथाम करने हेतु विषय पर विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम का निर्देशन प्रोफेसर अजय प्रताप सिंह ने किया, कार्यक्रम की संयोजक डॉ जान्हवी श्रीवास्तव ने कहा कि आजकल लोगों में हताशा और निराशा बढ़ रही है। बढ़ते अवसाद के कारण आत्महत्या की प्रवृत्ति भी बढ़ी है। कोरोना काल में भी डिप्रेशन के मामले तेजी से बढ़े हैं। डिप्रेशन के कारण आत्महत्या के मामलों में भी तेजी से इजाफा हुआ है। बीते कुछ सालों में भारत ही नहीं दुनिया भर में आत्महत्या के मामले तेजी से बढ़े हैं।
, सह संयोजक के रूप में डॉ मनोज पांडे एवं अन्नू त्यागी की भूमिका रही कार्यक्रम की मध्यस्थता अवनीश विश्वकर्मा ने किया, कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर जान्हवी श्रीवास्तव ने किया।