पूर्व प्राचार्य डॉ यशवंत सिंह का निधन, साहित्य व शिक्षा जगत की अपूरणीय क्षति
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जौनपुर। सुल्तानपुर स्थित कमला नेहरू इंस्टीट्यूट के पूर्व प्राचार्य व ख्यातिलब्ध विद्वान डॉ यशवंत सिंह का 70 वर्ष की उम्र में लखनऊ के मेदांता अस्पताल में बीमारी के चलते निधन हो गया। मालूम हो कि बक्शा थाना क्षेत्र के गढ़ा बाघराय गांव निवासी डॉ यशवंत सिंह के० एन० आई० इंस्टीट्यूट में सन 2010 से 2014 तक प्राचार्य के रूप में उल्लेखनीय कार्य किये। वे एक उत्कृष्ट समाजसेवी के साथ एक अच्छे साहित्यकार व प्रकांड विद्वान थे। 25 सितंबर को हृदय रोग की समस्या होने पर पूर्व में लगे पेसमेकर बदलवाने के लिए वे मेदांता अस्पताल में भर्ती हुए जहां कोविड-19 की रिपोर्ट नेगेटिव आने के पश्चात उनका सफल ऑपरेशन करके डॉक्टरों ने पेसमेकर बदलने का कार्य सफलतापूर्वक संपन्न कर दिया था किंतु उसके पश्चात स्थिति बिगड़ने पर शुक्रवार रात्रि लगभग 11:30 पर उन्होंने लखनऊ में ही अंतिम सांस ली। उनकी इच्छानुसार उनके कर्मक्षेत्र सुल्तानपुर जनपद में ही उनका अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि उनके एकमात्र पुत्र उपेंद्र राज सिंह ने दिया। वे अपने पीछे पत्नी, एक पुत्र व दो पुत्रियों सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गए। उनके निधन पर शिक्षाविद अधिवक्ताओं पत्रकारों तथा राजनेताओं ने गहरा दुख व्यक्त किया है। वे दीवानी न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता रविन्द्र विक्रम सिंह के बड़े भाई थे।