सुबह, दोपहर व शाम एकै बतकही , बहुत दूर लगतबा दूई मई
जौनपुर। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में गत 15 अप्रैल को मतदान संपन्न होने के बाद से ही लोगों की नजरें मतगणना पर टिकी हुई हैं। गांव-गांव बस यही बतकही छिड़ी हुई है कि कहां किस सीट पर कौन जीत रहा है। सुबह, दोपहर व शाम हार-जीत की गणित लगाई जा रही है। मतदान के ऐन वक्त तक बदले समीकरण पर चर्चा बदस्तूर चल रही है। प्रत्याशियों की तकदीर मतपेटी में बंद है। उनके लिए दो मई की तारीख बहुत दूर लगने लगी है। आमतौर पर हर जगह बेहतर मतदान होने की वजह से लोगों की गणना और गणित बिगड़ी हुई है। किसी दूसरे को सपोर्ट करने के बाद बड़ी ही होशियारी से पाला बदलने वाले लोग कमोवेश हर गांव में सक्रिय रहे। अब वे मनमाफिक तर्कों के सहारे प्रत्याशियों से अलग-अलग मिलकर अपना उल्लू सीधा करने में जुटे हुए हैं। फिलहाल वे चुनाव नतीजे आने तक अपने मंसूबे में कामयाबी हासिल कर ही ले रहे हैं। सर्वाधिक माथापच्ची प्रधान व जिला पंचायत सदस्यों के पदों पर संभावित नतीजों को लेकर देखी जा रही है। समर्थक व गांव के लंबरदार सरीखे लोग चुनावी चर्चाओं में ही मशगूल हैं। शायद वह जानते हैं कि यह चार दिन की चांदनी है। नतीजे आने के बाद सबकी खुशामद की रणनीति काम नहीं आ सकेगी।