सोशल डिस्टेंसिंग में पढ़ी गई ईद उल अजहा की नमाज
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जौनपुर। कोरोना काल में बुधवार को कुर्बानी का पर्व ईद उल अजहा पूरी अकीदत के साथ मनाया गया। लगातार दूसरे साल भी लोगों को शाही ईदगाह में नमाज पढ़ने की अनुमति नहीं मिली। लोगों ने कोविड नियमों के तहत मस्जिदों में नमाज पढ़ी। ज्यादातर ने घर में ही परिवार संग नमाज अदा की। सुन्नी व शिया समुदाय के धर्मगुरुओं ने भी इसके लिए ताकीद कर रखी थी।
2019 तक ईद उल अजहा की नमाज शाही ईदगाह से लेकर अन्य मस्जिदों में पढ़ी जाती थी। मेले का भी आयोजन हुआ करता था लेकिन 2020 में कोरोना की दस्तक के बाद से ही पर्व फीका पड़ गया। शिया धर्म गुरु मौलाना महफूजुल हसन ने स्वजनों के साथ मदरसा नासिरिया में आनलाइन नमाज पढ़ाई। पूर्व सभासद इरशाद मंसूरी के बलुआघाट स्थित आवास पर भी नमाज पढ़ी गई। बलुआघाट स्थित जामा मस्जिद, केरारकोट स्थित सहाबा मस्जिद में सीमित संख्या में नमाज अदा की गई। शाही ईदगाह, बड़ी मस्जिद, अटाला मस्जिद आदि महत्वपूर्ण इबादतगाहों में सुरक्षा के मद्देनजर फोर्स तैनात रही। एएसपी सिटी डा. संजय कुमार टीम के साथ लगातार चक्रमण करते रहे।